सागरतट की सुरक्षा के लिए कपिल मुनि आश्रम भी देगा अब अनुदान

सागरद्वीप स्थित कपिल मुनि मंदिर की रक्षा के लिए अब आश्रम ने भी हर प्रकार का सहयोग करने का आश्वासन दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 12:47 AM

मिला सहयोग का आश्वासन. सीएम के आग्रह को आश्रम प्रबंधन ने किया स्वीकार

सागरद्वीप से अमर शक्ति

सागरद्वीप स्थित कपिल मुनि मंदिर की रक्षा के लिए अब आश्रम ने भी हर प्रकार का सहयोग करने का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंदिर के प्रमुख महंत ज्ञान दास महाराज से सागर तट में हो रहे कटाव को रोकने के लिए मदद का आवेदन किया, जिसे मंदिर प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया. सोमवार को कपिल मुनि मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर मेले के सफल आयोजन के लिए राज्य सरकार द्वारा हर तरह की सुविधाएं दी जाती हैं. यहां आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए काफी कुछ किया गया है. लेकिन सागर तट में कटाव की समस्या का अब तक समाधान नहीं हो सका है. इसके लिए उन्होंने मंदिर प्रबंधन को आगे आने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सागरतट की सुरक्षा व कपिल मुनि मंदिर को बचाने के लिए मंदिर प्रबंधन को भी राज्य सरकार की मदद करनी चाहिए, ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके. कपिल मुनि मंदिर आश्रम को यहां जो भी दान मिलता है, वह अयोध्या लेकर चले जाते हैं. इस पर राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं है. सीएम ने प्रमुख महंत ज्ञान दास महाराज से मंदिर को प्रति वर्ष मिलने वाले दान में से 25 प्रतिशत राशि सागरतट की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को प्रदान करने का आवेदन किया, जिसे महंत ने स्वीकार कर लिया है. सीएम ने कहा कि इस राशि से सागर तट पर कंक्रीट का तटबंध बनाया जायेगा. इससे कटाव की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा. इससे पहले कपिल मुनि आश्रम के तीन मंदिर समुद्र में समा चुके हैं. जिस प्रकार से तट पर कटाव हो रहा है, उससे वर्तमान मंदिर के अस्तित्व पर भी खतरा पैदा हो गया है. मंदिर से सागरतट की दूरी अब मात्र 500 मीटर ही रह गयी है. इस विषय में कपिल मुनि मंदिर के प्रमुख महंत ज्ञान दास महाराज के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो प्रस्ताव मंदिर प्रबंधन के समक्ष रखा है, उसे हम स्वीकार करते हैं और सागर तट की सुरक्षा व मंदिर को बचाने के लिए राज्य सरकार के साथ मिल कर कार्य करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. राज्य सरकार ने गंगासागर मेले के आयोजन के लिए जो तैयारियां की हैं, वह काफी सराहनीय है. इसलिए मंदिर कमेटी भी मेले के सफल आयोजन के लिए राज्य प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करता है और आगे भी करता रहेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version