दुर्गापूजा में चार दिन सुबह तीन बजे से जलापूर्ति करेगा कोलकाता निगम
मेयर परिषद सदस्य स्वपन समद्दार ने बताया कि इस वर्ष तिथि के अनुसार, सुबह चार बजे से ही पूजा का मुहूर्त है. ऐसे में सुबह तीन बजे से निगम कोलकाता में जलापूर्ति करेगा.
पांच से 12 अक्टूबर 24 घंटे खुले रहेंगे शौचालय
संवाददाता, कोलकाताइस साल तीन अक्तूबर से शारदीय नवरात्र हो रहा है. ऐसे में दुर्गापूजा में अब कुछ दिन ही शेष हैं. पूजा को लेकर शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें मेयर फिरहाद हकीम, निगम आयुक्त धवल जैन, मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह, देवाशीष कुमार, स्वपन समद्दार सहित विभिन्न वार्ड के पार्षद और आला अधिकारी शामिल रहे. बैठक में पूजा से पहले सड़कों की मरम्मत सह जलापूर्ति से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये.
बस्ती व पर्यावरण विभाग के मेयर परिषद सदस्य स्वपन समद्दार ने बताया कि इस वर्ष तिथि के अनुसार, सुबह चार बजे से ही पूजा का मुहूर्त है. ऐसे में षष्टी से विजय दशमी तक यानी नौ से 12 अक्तूबर के बीच सुबह तीन बजे से निगम, कोलकाता में जलापूर्ति करेगा. बता दें कि आम दिनों में सुबह सात बजे से कोलकाता में जलापूर्ति की जाती है. दुर्गापूजा के दौरान इस वर्ष पहली बार निगम की ओर से यह व्यवस्था की गयी है.24 घंटे खुले रहेंगे ‘पे एंड यूज टॉयलेट’:श्री समद्दार ने बताया कि इस वर्ष पूजा के दौरान रात भर निगम द्वारा संचालित ‘पे एंड यूज टॉयलेट’ खुलेग रहेंगे. उन्होंने बताया कि पांच से 12 अक्तूबर के बीच निगम के सभी शौचालय 24 घंटे खुले रहेंगे.
वहींं, महानगर के सभी बड़े पूजा पंडालों के बाहर अस्थायी एवं बायो टॉयलेट की व्यवस्था निगम की ओर से की जायेगी. इस वर्ष करीब कोलकाता में ऐसे 400 शौचालय विभिन्न पूजा पंडालों के आसपास लगाये जायेंगे.ड्रेनेज विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश
मेयर ने कहा कि पूजा से पहले निगम के तैयारियों पर निरीक्षण के लिए यह बैठक बुलायी गयी है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, इस बार पूजा के दौरान भारी बारिश हो सकती है. उन्होंने निगम के सीवरेज व ड्रेनेज और राज्य के सिंचाई विभाग की सराहना की. लेकिन पूजा के दैरान भारी बारिश के मद्देनजर तैयार रहने को कहा.विज्ञापन वाले होर्डिंग्स पर स्टीकर लगायें कमेटियां
मेयर ने पूजा पंडालों के आसपास लगाये गये होर्डिंग्स पर पूजा कमेटियों को स्टीकर लगाये जाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि पूजा की आड़ में कुछ एजेंसियां लाभ उठा लेती हैं. ऐसे में सभी पूजा पंडाल, अपने आसपास के होर्डिंग्स पर स्टीकर लगा दें. ताकि, विज्ञापन से उन्हें रेवेन्यू मिल सके. वहीं साधारण जगह पर लगाये गये विज्ञापनों से निगम रेवेन्यू वसूलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है