2025 में भी रियल एस्टेट सेक्टर की रहेगी बल्ले-बल्ले
नाइट फ्रैंक इंडिया ने अपनी रिपोर्ट, अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स में बताया कि वर्ष 2024 में घर खरीदने वालों के लिए घर खरीदने की क्षमता अनुकूल बनी हुई है, क्योंकि 2023 के अंत से ब्याज दरें तुलनात्मक रूप से स्थिर बनी हुई हैं.
अमर शक्ति, कोलकाता.
नाइट फ्रैंक इंडिया ने अपनी रिपोर्ट, अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स में बताया कि वर्ष 2024 में घर खरीदने वालों के लिए घर खरीदने की क्षमता अनुकूल बनी हुई है, क्योंकि 2023 के अंत से ब्याज दरें तुलनात्मक रूप से स्थिर बनी हुई हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2025 में भी रियल एस्टेट सेक्टर की बल्ले-बल्ले रहेगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए स्वस्थ 6.6 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि और एक स्थिर ब्याज दर के माहौल का अनुमान लगाया है, जिससे 2025 में घर खरीदार की मांग का समर्थन जारी रहने की उम्मीद है. इस इंडेक्स के अनुसार, अहमदाबाद 20 प्रतिशत के अफोर्डेबिलिटी अनुपात के साथ शीर्ष आठ शहरों में सबसे किफायती आवास बाजार बना हुआ है. इसके बाद 23 प्रतिशत के साथ पुणे दूसरे पायदान पर और कोलकाता 24 प्रतिशत के साथ तीसरे पायदान पर है. मुंबई एकमात्र शहर था, जिसने अफोर्डेबिलिटी सीमा को पार कर लिया, जो कि 50 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है. गौरतलब है कि नाइट फ्रैंक इंडिया का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स एक औसत परिवार के आय अनुपात के लिए ईएमआइ (समान मासिक किस्त) को ट्रैक करता है. भारत के आठ प्रमुख शहरों में 2010 से 2021 तक घर खरीदने की क्षमता में लगातार सुधार देखा गया है, खासकर महामारी के दौरान जब आरबीआइ ने पॉलिसी रेपो रेट (आरईपीओ) को घटाकर दशक के निचले स्तर पर ला दिया.क्या कहना है रियल एस्टेट सेक्टर के प्रतिनिधियों का
घर खरीदारों की मांग को बनाये रखने और बिक्री बढ़ाने में अफोर्डेबिलिटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और यह देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देती है. संपत्ति की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गयी है और आय के स्तर में भी लगातार उछाल आ रहा है, जिससे व्यक्तियों को संपत्तियों में निवेश करने के लिए आवश्यक वित्तीय आत्मविश्वास बनाये रखने में मदद मिली है. आय बढ़ने के साथ अर्थव्यवस्था मजबूत होती है और अंतिम उपभोक्ता परिसंपत्ति निर्माण के लिए दीर्घकालिक निवेश करने के लिए अधिक इच्छुक होते हैं.शिशिर बैजल, चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, नाइट फ्रैंक इंडिया
रियल एस्टेट के लिए कोलकाता शहर 2024 काफी महत्वपूर्ण वर्ष रहा. आवासीय क्षेत्र में सालाना आधार पर 15-18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और लगभग 3000- 3500 नयी इकाइयां शुरू की गयीं. उम्मीद है कि यह ट्रेंड 2025 में भी जारी रहेगा. पिछली तिमाही की तुलना में आवासीय क्षेत्र में मांग में भी लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वाणिज्यिक रियल एस्टेट में भी स्थिर वृद्धि देखी गयी. वर्ष 2025 में हमें किफायती आवास से प्रीमियम इकाइयों की मांग में बदलाव जारी रहने की उम्मीद है.महेश अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, पूर्ति रियल्टी
वर्ष 2024 के दौरान कोलकाता में मिड हाउसिंग और लग्जरी रेंज के आवासों की मांग में उछाल देखी गयी. 60 लाख रुपये से 90 लाख रुपये तक के सेगमेंट में अच्छी बिक्री रिकॉर्ड की गयी. इसके साथ ही एक करोड़ से तीन करोड़ रुपये तक के लग्जरी सेगमेंट की बिक्री में भी वृद्धि हुई. 2025 में भी कोलकाता में आवासीय मार्केट का भविष्य बेहतर दिख रहा है. जनवरी-सितंबर तक कोलकाता में 8,869 करोड़ रुपये में 13,500 से अधिक घरों की बिक्री रिकॉर्ड की गयी. इस साल के अंत तक कोलकाता में 12,000 करोड़ रुपये में 17,000 यूनिट्स से अधिक घरों की बिक्री होने की संभावना है.सुशील मोहता, चेयरमैन, मर्लिन ग्रुप व अध्यक्ष, क्रेडाई वेस्ट बंगाल
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