Kolkata Doctor Murder Case : सीबीआई ने गुरुवार को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर दुष्कर्म और हत्या मामले में दो गार्ड का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया. ये दो निजी गार्ड अस्पताल में तैनात थे. ये दोनों घटना वाले दिन अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग में ड्यूटी पर तैनात थे. इसी बिल्डिंग के चौथे तल पर स्थित सेमिनार हॉल से महिला चिकित्सक का शव मिला था.
पहले अदालत से ली गई अनुमति, फिर हुआ टेस्ट
दोनों सुरक्षा कर्मियों का पॉलीग्राफ टेस्ट करने के लिए सियालदह अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) की अदालत से अनुमति ली गयी है. इस मामले में गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर संजय राय, आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष, चार जूनियर डॉक्टरों, आरोपी राय के करीबी माने जाने वाले एक सिविक वॉलंटियर व कोलकाता पुलिस के अस्सिटेंट सब-इंस्पेक्टर अनूप दत्ता का पॉलीग्राफ टेस्ट पहले ही कराया जा चुका है. इस मामले में अबतक कुल 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा चुका है.
पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर अधिकारियों ने क्या कहा ?
पॉलीग्राफ टेस्ट के मसले पर सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि टेस्ट के दौरान जो जानकारियां सामने आ रही है उनसे केस में शामिल तो नहीं किया जा सकता लेकिन उनसे सुराग जुटाने में मदद मिल सकती है.
किस तरह से काम करता है पॉलीग्राफ टेस्ट ?
पॉलीग्राफ टेस्ट संदिग्धों, आरोपियों और गवाहों द्वारा दिए गए बयानों में अंतर बताने में मदद कर सकता है. जिन पर यह परीक्षण किया जा रहा यह उनकी मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाओं, हृदय गति, सांस लेने के तरीके, पसीने और रक्तचाप की निगरानी करके उनकी प्रतिक्रियाओं में अंतर है या नहीं यह बताता है.