कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन : किसने किसके कहने पर तोड़ा गया मंच, हटाए गए बायो टॉयलेट?
Kolkata Junior Doctor Protest: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के बीच उनके मंच को हटा दिया गया. वहां लगे बायो टॉयलेट्स भी हटा दिए गए. ये किसने किया?
Kolkata Junior Doctor Protest: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में धरना दे रहे जूनियर डॉक्टरों के धरना मंच को खोल दिया गया है. वहां लगे बायो टॉयलेट भी हटा दिए गए हैं. जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस के कहने पर टेंट वालों ने उनका पंडाल खोल दिया है. हालांकि, पुलिस ने कहा है कि इसमें उसका कोई हाथ नहीं है.
स्वास्थ्य भवन से 100 मीटर की दूरी पर धरना दे रहे जूनियर डॉक्टर
आरजी कर में हुई जूनियर डॉक्टर दुष्कर्म-हत्या की घटना की शिकार प्रशिक्षु डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए जूनियर डॉक्टर सॉल्टलेक स्थित राज्य स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ से 100 मीटर दूर धरना पर बैठे हैं. धरना-प्रदर्शन के लिए जूनियर डॉक्टरों ने पंडाल तैयार करवाया था. उसी पंडाल के नीचे वे धरना दे रहे थे. 10 दिन से उनका धरना जारी है.
पुलिस ने कहा- आरोप आधारहीन
इस बीच, जूनियर डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि कोलकाता पुलिस के दबाव में तंबू, बांस की बल्लियां, पंखे और बायो टॉयलेट वहां से हटाये जा रहे हैं. पुलिस ने हालांकि, आरोपों का खंडन करते हुए इसे ‘आधारहीन’ आरोप बताया है.
डॉक्टरों के तिरपाल, बिस्तर, तंबू, पंखे सब हटाए गए
प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने कहा है कि आधी रात को तिरपाल, बिस्तर, तंबू और पंखे धरनास्थल से हटाये गये. चिकित्सकों ने कहा कि जब तंबू लगानेवालों ने उसे खोलना शुरू किया, तो असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई. बताया गया है कि ऊपर से निर्देश आया है. इसलिए तंबू खोल रहे हैं.
आधी रात से बायो टॉयलेट भी हटाया गया
एक चिकित्सक ने बताया कि बुधवार की रात से पंडाल व बॉयो टॉयलेट को हटाने की प्रक्रिया जारी है. कुछ तंबू लगानेवालों ने स्वेच्छा से तंबू, पंखे, बांस की बल्लियां और बिस्तर उपलब्ध करवाए थे. जब उनसे पूछा गया कि वे क्यों अपना सामान वापस ले जा रहे हैं, तो उन्होंने बताया कि जल्द ही वे इन्हें बदल देंगे, क्योंकि अभी उन्हें दुर्गापूजा पंडाल लगाने के लिए इनकी जरूरत है.
जूनियर डॉक्टरों का आरोप- पुलिस के दबाव में हटा रहे टेंट वाले
हालांकि, जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार को आरोप लगाया कि तंबू लगाने वाले अपना सामान पुलिस के दबाव में हटा रहे हैं. एक चिकित्सक ने बताया कि हमने शुरू में सोचा कि तंबू लगाने वाले दुर्गा पूजा पंडाल की साज-सज्जा करने के लिए ये सामान हटा रहे हैं. लेकिन बाद में हमें पता चला कि वे पुलिस के दबाव में ऐसा कर रहे हैं.
डेकोरेटर पर दबाव नहीं दिया गया : विधाननगर डीसी
सॉल्टलेक में जूनियर डॉक्टरों के धरनास्थल से डेकोरेटर्स द्वारा अपना सामान ले जाये जाने, तंबू, बांस-बल्ली और पंखे हटाने को के मामले में विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के डीसी (विधाननगर) अनीश सरकार ने सफाई दी है. कहा है कि पुलिस ने किसी तरह का कोई दबाव नहीं दिया है. हमलोगों ने जूनियर डॉक्टरों से बात की है, लेकिन कोई दबाव नहीं दिया है. जूनियर डॉक्टरों को अगर किसी तरह के सहयोग की जरूरत होगी, तो पुलिस उन्हें सहयोग करने के लिए भी तैयार है.
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