Kolkata Murder Case : जूनियर डाॅक्टर पहुंचे नबान्न, ममता बनर्जी करती रहीं इंतजार, लाइव स्क्रीनिंग पर मामला अटका
Kolkata Murder Case : मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी ने जूनियर डॉक्टरों से बात की. सरकार के शीर्ष अधिकारी प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए बाहर आये और उन्हें समझाने का प्रयास किया. इसके बावजूद डाॅक्टर अपनी बात पर टिके हुए है.
Kolkata Murder Case : कोलकाता स्थित आरजी कर अस्पताल में जारी गतिरोध को हल करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में बातचीत में शामिल होने के लिए आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों का एक समूह राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ पहुंच गया है. पुलिस सुरक्षा में प्रतिनिधिमंडल शाम करीब पांच बजकर 25 मिनट पर सचिवालय पहुंचा.प्रतिनिधिमंडल, बैठक शुरू होने के निर्धारित समय से करीब 25 मिनट देर से पहुंचा है.राज्य सरकार द्वारा अनिवार्य 15 लोगों के बजाय 30 चिकित्सक नबान्न पहुंचे हैं.
लाइव स्क्रीनिंग पर मामला अटका
राज्य सरकार के साथ जूनियर डॉक्टरों का शीत युद्ध जारी है.जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि अगर लाइव स्ट्रीमिंग नहीं होगी तो वे बैठक में नहीं जायेंगे. मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी ने जूनियर डॉक्टरों से बात की. सरकार के शीर्ष अधिकारी प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए बाहर आये और उन्हें समझाने का प्रयास किया. इसके बावजूद डाॅक्टर अपनी बात पर टिके हुए है.
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ममता बनर्जी सभागार में बैठ कर डाॅक्टरों का कर रही इंतजार
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री 5 बजे से नबान्न के मीटिंग हॉल में इंतजार कर रही हैं. जूनियर डॉक्टर तय समय से काफी देरी से पहुंचे. उनके 15 प्रतिनिधियों को आने को कहा गया था. 32 लोग आए. लेकिन उन्हें नबान्न में प्रवेश की इजाजत दे दी गई. लेकिन जूनियर डॉक्टर बैठक का सीधा प्रसारण चाहते हैं. सरकार को नहीं लगता कि इसकी कोई जरूरत है. राजीव कुमार ने कहा, किसी भी आधिकारिक बैठक का सीधा प्रसारण नहीं किया जाता. इस मामले में मुझे इसकी कोई जरूरत भी नहीं दिखती.
आंदोलनकारियों ने उठाया सवाल
गौरतलब है कि कुछ साल पहले एनआरएस अस्पताल के डॉक्टरों के साथ ममता बनर्जी की बैठक का सीधा प्रसारण किया गया था. उस समय भी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों और राज्य सरकार के बीच जटिलताएं पैदा हो गई थीं. अगर ऐसा है तो इस बार वैसी ही सभा का प्रसारण क्यों संभव नहीं है, आंदोलनकारियों ने सवाल उठाया.
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