कोलकाता.
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट जारी किये जाने के खुलासे के बाद पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया व पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर कोलकाता पुलिस ने अब और सख्त रुख अपनाया है. शनिवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया है कि पासपोर्ट आवेदकों के पुलिस वेरिफिकेशन के दौरान सभी नियमों का सटीक पालन हो व किसी प्रकार की चूक नहीं रह जाये, इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा. पहले कहां कमी रही थी, उसे भी देखा गया है. इस दिन कोलकाता पुलिस मुख्यालय में श्री वर्मा ने सभी थानों के प्रभारियों के साथ क्राइम मीटिंग की थी. मामले को लेकर उन्होंने कहा : हमने (कोलकाता पुलिस ने ) विदेश मंत्रालय द्वारा दिये गये दिशानिर्देशों के संबंध में पासपोर्ट विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की है. वेरिफिकेशन को लेकर तय किये गये नये दिशानिर्देश को कोलकाता पुलिस के प्रत्येक थानों को अवगत करा दिया गया है. जिन लोगों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है, उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामले किसी थाने में दर्ज हैं या नहीं. इसे लेकर पुलिस के अधिकारियों को विशेष रूप से ध्यान देने को कहा गया है. साथ ही वेरिफिकेशन के दौरान पासपोर्ट का आवेदन करने वाले शख्स के सटीक पता की जानकारी एकत्रित करने को पुलिस को निर्देश दिया गया है. यदि आवेदन करने वाला कोई व्यक्ति यहां किराये के मकान में रहता है, तो उसके मुख्य ठिकाने का पता व वहां का वेरिफिकेशन करने पर और सक्रियता बरती जायेगी. जरूरत पड़ने पर पुलिस उपायुक्त व सहायक आयुक्त पद के अधिकारी उसकी जांच करेंगे. पुलिस थाना की ओर से आवेदन से संबंधित सभी तथ्यों को पासपोर्ट कार्यालय में देने होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है