प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी ले जाने पर कुणाल का पलटवार
पिछले दिनों जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी पर गुलाब लेकर पहुंचा था सीपी से मिलने
पिछले दिनों जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी पर गुलाब लेकर पहुंचा था सीपी से मिलने कोलकाता. शुक्रवार को संवाददाताओं से बात करते हुए तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि भगवान न करें कि पुलिस के परिवार का कोई सदस्य प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी लेकर किसी डॉक्टर के पास जाय. वह इस परिप्रेक्ष्य में बोल रहे थे कि हाल ही में कोलकाता पुलिस आयुक्त से मिलने गया जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल अपने साथ प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी पर गुलाब लगा कर ले गया था. इस प्रसंग में घोष ने पलटवार किया और कहा कि यदि कोई प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी लेकर जाये और कहे कि अस्पताल में इतना बिल क्यों होता है, बेवजह पेसमेकर नहीं लगायें. इसे उपहार के तौर पर देते हुए कहे कि बेवजह निर्धारित डॉयगनोस्टिक सेंटर से टेस्ट कराने को नहीं कहें. उन्होंने कहा कि सभी को लेकर समाज में चलना होता है. हाल ही में आरजी अस्पताल में दुर्घटना में घायल युवक की चिकित्सा के बिना मौत हो गयी थी. घोष ने आंदोलनरत चिकित्सकों की भूमिका व काम बंद करने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि आरजी कर अस्पताल में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. एक मरीज को चिकित्सा की सख्त जरूरत है और चिकित्सकों ने काम बंद रखा है. उन्होंने कहा कि आंदोलनरत चिकित्सक जिस न्याय की मांग कर रहे हैं, उससे हम पूरी तरह से सहमत है. लेकिन गरीबों का ध्यान रखते हुए काम बंद वापस लेना चाहिये.
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