कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के कम से कम 50 चिकित्सकों ने मंगलवार को अपना इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि इन चिकित्सकों ने एक जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या की घटना को लेकर न्याय की मांग को लेकर गत पांच अक्तूबर से आमरण अनशन पर बैठे चिकित्सकों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए यह कदम उठाया है. इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने तंज कसा है. उनका आरोप है कि दुर्गापूजा के दौरान दूसरे जगह घूमने जाना है, इसलिए इस्तीफे का ‘नाटक’ किया गया है.श्री घोष ने मंगलवार को कहा कि “राज्य के कई इलाके बाढ़ प्रभावित हैं. दूसरी ओर दुर्गापूजा का समय है. ऐसे समय में बिना नोटिस दिये सीनियर कहे जाने वाले चिकित्सक कह रहे हैं कि वे काम नहीं करेंगे?
इसका मतलब यह हुआ कि दुर्गा पूजा के लिए छुट्टी लेना जरूरी था. संभवत: ट्रेन व प्लेन की टिकटें काटी जा चुकी हैं. यह सब एक नाटक है बाहर जाने व घूमने का. पूजा की छुट्टियों में कई लोगों को बाहर जाना है.” उन्होंने यह भी कहा, “जो लोग बाहर जा रहे हैं, उनसे पूछना चाहिए. वे अपने पैसे से बाहर जा रहे हैं, या फिर घूमने के लिए दवा कंपनियों ने व्यवस्था करायी है? वे दुर्गापूजा के दौरान काम न करेंगे इसलिए नाटक कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि “मौजूदा राज्य सरकार सहनशील व संवेदनशील है. पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार की तरह सख्ती नहीं बरतती है. विनम्रता को कमजोरी समझना सही नहीं है. जो लोग काम नहीं करना चाहते, राज्य सरकार को उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए कहना होगा. वे सामूहिक नहीं, व्यक्तिगत तौर पर अकेले-अकेले इस्तीफा दें. यदि काम नहीं करना है, तो रुपये भी नहीं लें. सामूहिक इस्तीफे का नाटक करना है, तो उन्हें व्यक्तिगत तौर पर नौकरी छोड़ देनी चाहिए.”
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