कोलकाता. महानगर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. इसी बीच, कलकत्ता हाइकोर्ट के अधिवक्ताओं ने मृतका के लिए न्याय की मांग पर सोमवार को विरोध रैली निकाली. रैली में राज्य के पूर्व महाधिवक्ता जयंत मित्रा और सौमेंद्रनाथ मुखोपाध्याय, अनिंद्य मित्रा, विकास रंजन भट्टाचार्य, प्रतीक धर, अशोक बनर्जी सहित अन्य वकील शामिल हुए. गौरतलब है कि सोमवार दोपहर हाइकोर्ट बार एसोसिएशन ने एक बैठक बुलायी थी. उस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आरजी में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या की कड़ी निंदा की जायेगी. वहीं, वकीलों के संगठन ने भी आरोपियों को जल्द सजा देने की मांग की है. पूर्व जीपी अशोक बनर्जी, जिन्होंने राज्य सरकार के लिए कई मामले लड़े हैं. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की बात सुनी है. आरजी कर अस्पताल में भयानक घटना हुई है. इसका विरोध होना ही चाहिये. ऐसी घटनाओं को स्वीकार नहीं किया जा सकता. हमने नंदीग्राम के दौरान भी लड़ाई लड़ी थी. पूर्व महाधिवक्ता अनिंद्य मित्रा ने कहा कि नागरिक सुरक्षा, सभी का अधिकार है. यह आंदोलन सिर्फ डॉक्टरों का नहीं है. रैली में एडवोकेट प्रतीक धर भी मौजूद थे. वह नंदीग्राम आंदोलन के दौरान तत्कालीन वामपंथी सरकार के वकील थे. जब उनसे आरजी कर घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह नंदीग्राम से भी बदतर है. हम हैरान हैं. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई उचित जांच नहीं हुई है. कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. रैली में भाग लेते हुए वकील मौसमी चौधरी ने कहा कि हम न्याय चाहते हैं. हम मांग करते हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये और सजा दी जाये. हाइकोर्ट के एक अन्य वकील नवनीत मिश्रा ने कहा कि हम मांग करते हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाये और सजा दी जाये. वहीं, वकील टीजे तिवारी ने कहा कि मुकदमे की तेजी अदालत पर निर्भर करती है. सीबीआइ मामले की जांच कर रही है. सीबीआइ को घटना की सभी पहलुओं से जांच करनी चाहिये और अदालत के समक्ष विस्तृत रिपोर्ट पेश करनी चाहिये.
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