मुख्यमंत्री ने नहीं दी लाइव स्ट्रीमिंग व वीडियोग्राफी की अनुमति, रद्द हुई बैठक, डॉक्टरों की हड़ताल जारी
आरजी कर कांड. कालीघाट स्थित सीएम आवास से वापस सॉल्टलेक के धरनास्थल पर लौटे जूनियर डॉक्टर
आरजी कर कांड. कालीघाट स्थित सीएम आवास से वापस सॉल्टलेक के धरनास्थल पर लौटे जूनियर डॉक्टर कोलकाता. आरजी कर कांड को लेकर चल रहे गतिरोध को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और जूनियर डॉक्टरों के बीच एक बार फिर बैठक नहीं हो सकी. बैठक से पहले जूनियर डॉक्टरों की ओर से लाइव स्ट्रीमिंग व वीडियोग्राफी की अनुमति मांगी गयी थी. पर सीएम ने इसकी अनुमति नहीं दी. इस वजह से शनिवार को भी बैठक नहीं हो सकी. जानकारी के अनुसार, जूनियर डॉक्टर शाम 6.39 बजे कालीघाट के हरीश मुखर्जी रोड स्थित सीएम आवास पहुंच चुके थे. पर रात के 9.20 बजे उन्हें सूचना मिली की अब बैठक नहीं होगी. इस दौरान एक तरफ मुख्यमंत्री अपने घर के गेट के पास जूनियर डॉक्टरों का इंतजार कर रही थीं. उधर, जूनियर डॉक्टर बारिश में मीटिंग का इंतजार कर रहे थे. दोनों पक्षों के बीच तनातनी का दौर घंटों तक जारी रहा. राज्य सरकार की ओर से न तो लाइव स्ट्रीमिंग और न ही वीडियोग्राफी करने की अनुमति जूनियर डॉक्टरों की दी गयी. उधर, जूनियर डॉक्टर भी पारदर्शिता की मांग पर अड़े हुए थे. नतीजा यह हुआ कि नबान्न के बाद कालीघाट में भी बैठक नहीं हुई. इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घर से बाहर आकर प्रदर्शनकारियों से बात की. उन्होंने उनसे बारिश में भीगने से बचने का अनुरोध किया. सीएम ने उन्हें चाय पर भी आमंत्रित किया. लेकिन इन सबके बावजूद ममता ने लाइव स्ट्रीमिंग या वीडियोग्राफी के अनुरोध को ठुकरा दिया. ममता ने कहा : आप लोग मेरा अनादर कर रहे हैं. इससे पहले मैं तीन दिन से बैठक के लिए इंतजार कर रही हूं. राजनीति भूल कर मेरे साथ बैठक कीजिये. उन्होंने कहा कि बैठक संबंधित वीडियो आप लोगों को मिलेगी पर अभी नहीं. पर बैठक के बाद ममता मिनट्स देने को तैयार थीं. उन्होंने यह भी कहा था कि इस पर दोनों पक्षों के हस्ताक्षर होंगे. ममता ने जूनियर डॉक्टरों को कहा कि आपके सभी मांगें मानना संभव नहीं है. सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से अनुमति लेकर ही वीडियो दी जायेगी. जूनियर डॉक्टरों से के बाद सीएम अपने आवास में लौट गयीं. गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक के लिए सीएम आवास पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य, मुख्य सचिव मनोज पंत, गृह सचिव नंदनी चक्रवर्ती, डीजी पुलिस राजीव कुमार आदि भी उपस्थित थे. सीएम जैसे ही अपने घर में प्रवेश कीं, उसके थोड़े ही देर बाद रात के करीब 9.07 बजे चंद्रिमा भट्टाचार्य, मुख्य सचिव व गृह सचिव एक-एक कर सीएम आवास से निकल गये. लाइव स्ट्रीमिंग की जिद भी छोड़ चुके थे जूनियर डॉक्टर जूनियर डॉक्टर अर्णब मुखर्जी ने कहा : हम पारदर्शिता के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग कर रहे थे. हम चर्चा करने आये थे. पर बैठक के रद्द होने से हम बहुत निराश हैं. उन्होंने कहा कि सीएम मिनट्स देने की बात कह रही थीं, इसलिए हम आपस में बैठक कर लाइव स्ट्रीमिंग का भी जिद छोड़ चुके थे. हम मिनट्स के साथ भी बैठक करने को तैयार थे. इसके बाद हम अपनी इस बात को मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के समक्ष रखे. पर उन्होंने हमें कहा कि अब बैठक संभव नहीं है. आप वापस लौट जायें. नहीं तो बस बुला कर आप लोगों को यहां से हटा दिया जायेगा. यानी चिकित्सकों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया जायेगा. हम वापस धरना स्थल पर लौट रहे हैं. वहां लौटने के बाद जूनियर डॉक्टरों से बैठक कर अगला निर्णय लिया जायेगा. 16 को सीनियर डॉक्टर करेंगे पेनडाउन कोलकाता. आरजी कर कांड की अगली सुनवाई 17 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में होगी. सुनवाई से पहले ऑल इंडिया रेसिडेंट एंड जूनियर डॉक्टर्स ज्वाइंट एक्शन फोरम (एआइजेएफ) की ओर से 16 सितंबर को दोपहर 12 से एक बजे तक पेन डाउन किये जाने की घोषणा की गयी है. एआइजेएफ के आह्वान पर राज्य में चिकित्सकों के संगठन सर्विस डॉक्टर फोरम और मेडिकल सर्विस सेंटर की ओर से सोमवार तय समय पर एक घंटे के लिए पेनडाउन किये जाने का निर्णय लिया गया है. बाकी पेज 09 पर 16 को सीनियर डॉक्टर्स… इन दोनों चिकित्सक संगठनों द्वारा महानगर में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की गयी. इस मौके सर्विस डॉक्टर फोरम के महासचिव डॉ सजल घोष और मेडिकल सर्विस सेंटर के वरिष्ठ सदस्य डॉ विप्लव चंद्रा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरजी कर कांड को लेकर वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के बैनर तले जूनियर डॉक्टर विगत 35 दिनों से हड़ताल पर हैं. पांच दिनों से स्वास्थ्य भवन के सामने धरना दे रहे हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार दोपहर धरनास्थल पर पहुंची थीं. इसके लिए डॉ सजल घोष और डॉ विप्लव चंद्रा ने सीएम को धन्यवाद दिया. साथ ही कहा कि 16 सितंबर को दोपहर 12 से एक बजे तक मानव बंधन भी बनाया जायेगा. स्वास्थ्यकर्मी, मरीज के परिजन व आम लोग एकसाथ मिल कर मानव बंधन बनायेंगे. आरजी कर कांड को लेकर हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
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