Lockdown 5.0 /Unlock 1 : बंगाल की सड़कों पर चहलपहल बढ़ी, पर लोग सोशल डिस्टैंसिंग का नहीं रख रहे हैं ध्यान
अनलॉक (Unlock -1) के पहले चरण की शुरुआत के साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) ने राज्य के अधिकतर हिस्से में पाबंदियों में पूरी तरह से ढील दी है. अब जैसे ही अनलॉक 1 की शुरुआत हुई है, बंगाल में कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए मौजूदा प्रावधानों का विशेष ध्यान नहीं रखा जा रहा है. खासकर लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते नहीं दिख रहे हैं.
कोलकाता : अनलॉक (Unlock -1) के पहले चरण की शुरुआत के साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) ने राज्य के अधिकतर हिस्से में पाबंदियों में पूरी तरह से ढील दी है. अब जैसे ही अनलॉक 1 की शुरुआत हुई है, बंगाल में कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए मौजूदा प्रावधानों का विशेष ध्यान नहीं रखा जा रहा है. खासकर लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते नहीं दिख रहे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) के निर्देशानुसार सोमवार (01 जून 2020) से अधिकतर धार्मिक स्थल खोल दिये गये हैं. निजी और सरकारी प्रतिष्ठान भी खुले हैं. सोमवार को तो कम, लेकिन मंगलवार (02 जून 2020) सुबह से ही सड़कों पर भारी भीड़ देखी गयी. अधिक संख्या में गाड़ियां भी चल रही हैं और लोग सोशल डिस्टैंसिंग का कतई ख्याल नहीं रख रहे हैं.
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बाजारों में भी लोगों की भीड़ काफी देखी गयी, लेकिन यहां भी सोशल डिस्टैंसिंग का कोई पालन करते नहीं दिखा. विक्रेता भी इसका ध्यान नहीं रख रहे हैं. अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए लोगों को मास्क व ग्लब्स का उपयोग करते देखा गया, लेकिन सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने की ओर किसी का ध्यान नहीं गया.
राजधानी कोलकाता के अधिकतर क्षेत्रों में लोग घरों से निकल रहे हैं, लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों यानी हावड़ा, हुगली, आसनसोल आदि क्षेत्रों में लोगों ने संक्रमण से बचाव के प्रावधानों को बिल्कुल पीछे छोड़ दिया है. सड़कों पर न केवल बड़ी संख्या में निजी वाहन चल रहे हैं, बल्कि ऑटो और रिक्शा भी चल रहे हैं. लोग ऑफिस जाने के लिए साइकिल, बाइक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
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विदित हो कि सोमवार तक राज्य में 5,772 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं अनलॉक -1 के साथ ही लोगों से सतर्क रहते हुए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने की बातें कही गयी थी. कहा गया था कि जैसे ही बाजार, दुकान आदि खुलेंगे, बड़ी संख्या में लोग घरों से निकलेंगे. ऐसे समय में सोशल डिस्टैंसिंग और संक्रमण से बचाव के लिए मास्क आदि का इस्तेमाल और अधिक सतर्कता से करना होगा, लेकिन बंगाल में अनलाॅक 1 के साथ ही सड़कों पर चहलकदमी तो बढ़ी, लेकिन सोशल डिस्टैंसिंग व अन्य सतर्कता संबंधी उपाय अमल में नहीं लाते दिख रहा है.
Posted By : Samir ranjan.