Lok Sabha Speaker Election: लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के चयन के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष में सहमति नहीं बनी. इसके साथ ही तय होगा कि स्पीकर पद पर चुनाव होगा. इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की भूमिका अहम हो गई है.
टीएमसी सुप्रीमो से एनडीए ने ओम बिरला के लिए मांगा समर्थन
एक ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को फोन करके एनडीए के स्पीकर पद के उम्मीदवार ओम बिरला के लिए समर्थन मांगा. दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस पर एकतरफा उम्मीदवार घोषित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि के सुरेश को प्रत्याशी बनाने से पहले कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस के साथ कोई चर्चा नहीं की.
कांग्रेस के एकतरफा उम्मीदवार की घोषणा को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
ममता बनर्जी के बाद तृणमूल कांग्रेस के सबसे बड़े नेता अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से सांसद हैं. उन्होंने मंगलवार (25 जून) को संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष का उम्मीदवार उतारने से पहले टीएमसी से कोई चर्चा नहीं है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस मामले में एकतरफा फैसला किया है.
जदयू और टीडीपी के समर्थन से भाजपा फिर सत्ता में लौटी
बता दें कि लोकसभा में इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास बहुमत नहीं है. अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर उसने लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार का गठन किया है. छोटे-छोटे दलों के अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की मदद से वह सत्ता में आई है.
सरकार को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने उतारा है अपना प्रत्याशी
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 240 सीटें मिलीं, जबकि सहयोगी दलों के साथ मिलकर उसकी सीटें 290 से अधिक हो गईं. दूसरी ओर, विपक्षी दलों की संख्या इस बार बढ़कर 233 हो गई. इसलिए स्पीकर पद के लिए कांग्रेस ने इस बार अपना उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला किया. वोटिंग से पहले मोदी विरोधी गुट की पार्टी टीएमसी के नेता अभिषेक ने कांग्रेस पर एकतरफा फैसला लेने का आरोप लगा दिया है.
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