विवादों के बाद मकाउट की शिक्षिका ने दिया इस्तीफा

आखिरकार नदिया जिले के हरिणघाटा स्थित माैलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (मकाउट) की शिक्षिका ने इस्तीफा दे दिया और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने उसे स्वीकार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2025 6:05 AM

जांच समिति ने ””ड्रामा”” थ्योरी को किया खारिज

प्रतिनिधि, कल्याणी.

आखिरकार नदिया जिले के हरिणघाटा स्थित माैलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (मकाउट) की शिक्षिका ने इस्तीफा दे दिया और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने उसे स्वीकार कर लिया है. बीते दिनों हरिणघाटा के मकाउट परिसर में ””””””””शादी”””””””” को लेकर विवाद पैदा होने के बाद अधिकारियों ने उक्त शिक्षिका को छुट्टी पर भेज दिया था. एक वायरल वीडियो में शिक्षिका को कक्षा में एक छात्र के साथ विवाह करते देखा गया था. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. शिक्षिका को प्रथम वर्ष के एक छात्र ने सिंदूर लगाया था.

इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी सहित राज्यभर में हड़कंप मच गया और उक्त शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी थी. वहीं, विवादों के बाद उक्त प्रोफेसर ने खुद ही कदम उठाते हुए अपना इस्तीफा दे दिया. यूनिवर्सिटी सूत्रों के मुताबिक, भले ही उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया था, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया, क्योंकि यूनिवर्सिटी की अनुशासन समिति के फैसले के मुताबिक उन्हें सजा भुगतनी होगी.

विवादों के बाद उक्त प्रोफेसर ने कहा था कि यह एक नाटक का हिस्सा था. जिस तरह से एक नाटक में कई गाने और नृत्य होते हैं, उसी तरह इसमें भी था. लेकिन केवल एक हिस्साे को ही वायरल किया गया. इससे बच्चों की छवि भी खराब हो रही है. शिक्षाविदों के एक वर्ग ने भी कक्षा में ””””””””विवाह”””””””” की भी आलोचना की. उक्त प्रोफेसर ने कहा : यह घटना एक फ्रेशर्स के नाटक की क्लिपिंग थी, जिसे जान बूझकर वायरल किया गया था. लेकिन जांच कमेटी की रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि यह कोई नाटक या प्रोजेक्ट नहीं था. जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तापस चक्रवर्ती ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट मुझे दे दी गयी है. जांच समिति के सदस्यों ने अन्य शिक्षकों और छात्रों से बात की है और उन्हें पता चला है कि यह कोई नाटक नहीं था. यह कोई साइको ड्रामा नहीं था और न ही यह पाठ्यक्रम का हिस्सा था. यह सिर्फ एक मजाक था और प्रोफेसर ने यही किया. ऐसे में उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.

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