अभिषेक बनर्जी ने भी व्यक्त की संवेदना कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए इसे भारतीय राजनीति के लिए क्षति करार दिया. उन्होंने सीताराम येचुरी के परिवार, मित्रों और पार्टी सहयोगियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. ममता बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा : सीताराम येचुरी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. मैं उन्हें एक वरिष्ठ सांसद के रूप में जानती थी और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए क्षति है. मैं उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं. वहीं, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा : माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. वैसे तो हमारी राजनीतिक विचारधाराएं अलग थीं, लेकिन पिछले कुछ सालों में विपक्ष की कई बैठकों में मुझे उनसे बातचीत करने का सौभाग्य मिला. उन्होंने कहा : येचुरी की सादगी, लोक नीति की गहन समझ और संसदीय मामलों में उनकी गहरी अंतर्दृष्टि वास्तव में उल्लेखनीय थी. उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं. उनकी आत्मा को शांति मिले. ओम शांति. गौरतलब है कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार को दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे. अधीर ने येचुरी के निधन पर जताया शोक कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस के नेता व लोकसभा में विपक्ष के नेता रहे अधीर चौधरी ने माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर गहरा दुख जताया है. अपने शोक संदेश में अधीर ने कहा कि येचुरी के जाने से भारतीय राजनीति में एक बड़ी शून्यता आ गयी है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है. संसद में उनकी जो भूमिका रही है, वह वाकई आने वाले सासंदों के लिए एक मिशाल है. एक सांसद के रूप में उन्होंने लोगों के बीच गहरी छाप छोड़ी है. राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर उनकी गहरी पैठ रहती थी. यही वजह है कि भारतीय राजनीति में उनकी शून्यता की भरपाई करना बेहद मुश्किल है. बंगाल के प्रति येचुरी का था खास लगाव : सलीम कोलकाता. माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर गहरा दुख जताया. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी कार्यालयों व इससे जुड़े सभी संस्थानों के दफ्तर पर पार्टी का झंडा झुका रहेगा. उनके अंतिम संस्कार तक झंडा झुका रहेगा. इसके साथ ही पार्टी की ओर से घोषित सभी कार्यक्रम इस अवधि तक स्थगित रखा जायेगा. मौजूदा स्थिति में आरजी कर कांड के लिए न्याय की मांग पर चल रहा आंदोलन पहले की तरह जारी रहेगा. तिलोत्तमा को न्याय दिलाने की लड़ाई नहीं रुकेगी. उन्होंने कहा कि येचुरी ने आंदोलन के माध्यम से लोगों के बीच अपनी पहचान बनायी थी. आंदोलन के माध्यम से ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है.
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