Mamata Banerjee : झारखंड के पानी से डूब सकते हैं बंगाल के कई जिलें, ममता बनर्जी हुई चिंतित और किया फोन

Mamata Banerjee : झारखंड और पश्चिम बंगाल में कई जलविद्युत परियोजनाओं का संचालन करने वाली दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने कहा कि बारिश कम होने के कारण जल-प्रवाह में कमी आने की उम्मीद है.

By Shinki Singh | August 5, 2024 5:00 PM

Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) झारखंड के तेनुघाट डैम से पानी छोड़े जाने काे लेकर काफी चिंतित है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अगर तेनुघाट से पानी छाेड़ने की वजह से बंगाल में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारखंड के अपने समकक्ष हेमंत सोरेन से फोन पर बात की है और उनसे पड़ोसी राज्य के बांधों से पानी छोड़े जाने के मुद्दे पर विचार करने का आग्रह किया. हालांकि, झारखंड और पश्चिम बंगाल में कई जलविद्युत परियोजनाओं का संचालन करने वाली दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने कहा कि बारिश कम होने के कारण जल-प्रवाह में कमी आने की उम्मीद है. डीवीसी ने यह भी कहा कि उसे अभी तक बाढ़ का कोई बड़ा खतरा नहीं दिख रहा है.

ममता बनर्जी ने झारखंड के सीएम को किया फोन

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा मैंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की. मैंने उनसे तेनुघाट से अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के मामले पर चर्चा की, जिससे पश्चिम बंगाल में जैसे हालात पैदा हो गये हैं. मैंने उन्हें बताया कि झारखंड के पानी से पश्चिम बंगाल में बाढ़ आ रही है और यह हालात मानव निर्मित है. मैंने उनसे अनुरोध किया कि कृपया इस पर ध्यान दें. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रही हैं और जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर रही हैं.

असम के सीएम ने भी किया हस्तक्षेप

असम के सीएम और झारखंड में भाजपा के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा ने ममता बनर्जी के पोस्ट पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मैं दीदी का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं उनकी इस धारणा को स्वीकार नहीं कर सकता कि झारखंड सरकार बंगाल में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार है. दोनों सरकारों को लोगों की कठिनाइयां कम करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि समस्या का समाधान हो सके.

Narendra Modi : नरेन्द्र मोदी ने कहा, चुनाव में हार सामने देख टीएमसी की हताशा चरम पर

Next Article

Exit mobile version