कोलकाता.
तृणमूल पार्षद सुशांत कुमार घोष को गोली मारने की कोशिश की घटना में मेयर फिरहाद हकीम ने कोलकाता पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है. शनिवार को टॉक टू मेयर कार्यक्रम खत्म होने के बाद मेयर ने कहा कि पुलिस यह बताए कि दूसरे राज्य के क्रिमिनल पश्चिम बंगाल में कैसे प्रवेश कर रहे हैं? पुलिस की इंटेलिजेंस फेल हो रही है. बाहरी अपराधी हथियार के साथ बंगाल में प्रवेश कर रहे हैं. इससे बंगाल की संस्कृति को नुकसान पहुंच रहा है. मैं पुलिस से कहूंगा कि वह इस मामले में कार्रवाई करे.फिरहाद ने कहा कि बैरकपुर और कबसा की दोनों ही घटनाओं में बाहरी अपराधियों का हाथ है. मुख्यमंत्री ने बार-बार चेतावनी दी है कि अन्य राज्यों के अपराधी बंगाल में प्रवेश नहीं कर सकें, इसके लिए पुलिस समुचित व्यवस्था करे. बंगाल की सीमा पर निगरानी बढ़ायी गयी है. इसके बाद भी अपराधी कैसे प्रवेश कर रहे हैं? मैं पुलिस से कहूंगा कि वह तृणमूल पार्षद पर हमला की कोशिश करनेवालों को जल्द गिरफ्तार करे. यह भी पता लगाए कि सुशांत घोष पर किसने हमला कराया. यह पूछने पर कि क्या तृणमूल की आपसी कलह के कारण यह घटना हुई, इसके जवाब में मेयर ने कहा कि यह काम पुलिस का है. पुलिस जांच कर रही है.उधर , शनिवार शाम फिरहाद हकीम, सुशांत से मिलने कसबा स्थित उनके आवास पर गये. इस दौरान मेयर कहा कि वह सुशांत के साथ खड़े हैं. सुशांत ने कहा कि तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी उन्हें फोन कर हर तरह से मदद करने का आश्वासन दिया है.
मेयर ने पुलिस के प्रति अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि अब बहुत हो गया है. उत्तर प्रदेश, बिहार, अहमदाबाद की संस्कृति को बंगाल में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा. पुलिस बाहर से बंगाल में घुसने वाले हथियार बरामद करे. बंगाल में अपराधियों के लिए जगह नहीं है. अगर हमारे पार्षद की हत्या होती, तो उनके परिवार को नुकसान होता. तृणमूल को नुकसान पहुंचता. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का नेटवर्क फेल हो रहा है.सीएम का कॉल आने से पार्षद उत्साहित, राजनीति छोड़ने का बदला इरादा
कोलकाता. कसबा में तृणमूल पार्षद सुशांत घोष की हत्या की साजिश नाकाम हो गयी. घटना के बाद शुक्रवार की रात तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मामले की जानकारी ली थी. शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्षद को फोन कर कहा कि पार्टी उनके साथ खड़ी है. संवाददाताओं से बातचीत में घोष ने कहा कि शुक्रवार की घटना के बाद वह राजनीति छोड़ने का मन बनाने लगे थे. लेकिन पार्टी का समर्थन मिलने के बाद उन्होंने अपना इरादा बदल लिया. उन्होंने कहा कि इतने दिनों से राजनीति की है. लोगों की सेवा की है. यदि राजनीति छोड़ देते, तो अपराधियों के हौसले और बुलंद हो जाते. पार्टी में रहते हुए उनके खिलाफ लड़ेंगे.पुलिस आयुक्त ने किया घटनास्थल का दौरा
कोलकाता. कसबा में तृणमूल पार्षद सुशांत घोष की गोली मार कर हत्या करने की कोशिश की घटना को लेकर सनसनी व्याप्त है. कोलकाता पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. इसी बीच, शनिवार को कोलकाता पुलिस के आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया. उनके साथ पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे. उन्होंने घटना की जांच को लेकर पुलिस अधिकारियों से भी बात की. सीपी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मामले की जांच जारी है. फिलहाल तफ्तीश को लेकर कुछ कहना सही नहीं होगा. पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि मामले से जुड़े सभी आरोपी पकड़े जाएं. तृणमूल पार्षद (वार्ड 108) सुशांत घोष का आवास वार्ड नंबर 107 के अंतर्गत आता है. उनके आवास से करीब 400 मीटर की दूरी पर मंत्री इंद्रनील सेन का भी आवास है. पास में शॉपिंग मॉल भी है. वह इलाका काफी व्यस्त भी है. ऐसे में पार्षद के साथ हुई घटना को लेकर सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल उठने लगे हैं. वर्ष 2010 से 2021 तक घोष ही वार्ड नंबर 107 के पार्षद थे, लेकिन उसके बाद यह सीट महिला के लिए रिजर्व होने के कारण यहां तृणमूल से लिपिका मान्ना ने चुनाव लड़ा और जीता भी. कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कुछ वर्षों में कसबा में प्रमोटिंग का धंधा काफी फूला-फला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है