निगम का राजस्व घटा मेयर चिंतित, 13 को बुलायी गयी बैठक
पहले ही कोलकाता नगर निगम घाटे में चल रहा है. इस बीच राजस्व में और कमी आ गयी है. इससे चिंतित मेयर फिरहाद हकीम ने 13 नवंबर को समीक्षा बैठक बुलायी है
कोलकाता. पहले ही कोलकाता नगर निगम घाटे में चल रहा है. इस बीच राजस्व में और कमी आ गयी है. इससे चिंतित मेयर फिरहाद हकीम ने 13 नवंबर को समीक्षा बैठक बुलायी है, जिसमें राजस्व बढ़ाने के उपायों पर चर्चा होगी. बता दें कि विगत वित्त वर्ष की तुलना में इस साल निगम का राजस्व बहुत कम है. संपत्ति कर, लाइसेंस शुल्क, पार्किंग, ठोस कचरा प्रबंधन सहित विभिन्न विभागों से राजस्व एकत्र किया जाता है. चालू वित्त वर्ष के अगस्त के अंतिम दिन तक राजस्व संग्रह की राशि 109 करोड़ 66 लाख रुपये कम हो गयी है. हालांकि, अक्टूबर के आखिरी सप्ताह तक घाटा थोड़ा कम होकर 78.16 करोड़ रुपये रह गया है. निगम सूत्रों के मुताबिक, खर्च दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. ऊपर से कर्ज का भारी बोझ भी है. पर निगम की आय आय उस हिसाब से नहीं बढ़ रही है. इसलिए बैठक में मेयर राजस्व बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा करेंगे. इस साल लोकसभा चुनाव के कारण करीब तीन महीने तक राजस्व की वसूली ठीक तरह से नहीं हुई थी. पिछले वित्तीय वर्ष में 31 अक्टूबर तक कुल 1,286 करोड़ 55 लाख रुपये की वसूली हुई थी. चालू वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 1208 करोड़ 39 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं. 78 करोड़ 16 लाख कम राजस्व की वसूली हुई है. निगम के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्व संग्रह में कमी का असर कोलकाता के विकास कार्यों पर पड़ सकता है.
क्योंकि शहर के रखरखाव पर निगम को हर महीने करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. अगर आमदनी नहीं बढ़ेगी, तो निगम के लिए विकास योजनाओं पर कार्य करना मुश्किल हो जायेगा. इस स्थिति से निबटने के लिए ही मेयर ने बैठक बुलायी है.
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