खड़गपुर.
मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में बच्चे को सर्जरी से जन्म देने के बाद एक प्रसूता की मौत होने और तीन अन्य प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ने पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर तीनों मरीजों को मेदिनीपुर से कोलकाता के एसएसकेएम ले जाने के मामले ने अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों में दहशत फैला दी है. अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजन अब रोगियों को अस्पताल में दिये जाने वाले सलाइन की जगह बाहर मेडिकल स्टोर से सलाइन खरीदकर ला रहे हैं. अस्पताल में भर्ती एक रोगी के परिजन ने बताया कि अस्पताल में रोगियों को एक्सपायर्ड सलाइन चढ़ाने से एक महिला की मौत होने और तीन की हालत गंभीर होने पर वह काफी दहशत में हैं.दूसरी ओर अस्पताल में रोगियों को सलाइन चढ़ाने से पहले रोगियों के परिजनों से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा जा रहा है. जिसके कारण वे बाहर से सलाइन खरीदकर अस्पताल में भर्ती रोगी के इलाज के लिए दे रहे हैं. वहीं इस बारें में अस्पताल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है. अस्पताल के बाहर मौजूद दवा दुकानों में सलाइन के डिमांड में काफी तेज आ गयी है.
मृत मामनी रुइदास के नवजात बच्चे की तबीयत बिगड़ी
गलत सलाइन लगाने से प्रसूति की मौत के आरोप के बाद मृत महिला मामनी रुइदास के नवजात बच्चे की तबीयत बिगड़ गयी. सोमवार को बच्चे को उपचार के लिए मेदिनीपुर मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में लाया गया. उल्लेखनीय है कि मेदिनीपुर मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में मामनी की मौत हो गयी थी. आरोप है कि गलत सलाइन लगाने के कारण यह मौत हुई. उसकी मौत के बाद उसका बच्चा स्वस्थ था. उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी. बच्चे को उसके नाना नानी अपने घर लेकर गये थे. लेकिन सोमवार को बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. परिजनों ने बच्चे को मेदिनीपुर मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में लाया. जहां बच्चे का इलाज चल रहा है.
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