कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों के साथ 24 फरवरी को धनधान्य स्टेडियम में बैठक करेंगी. वह चिकित्सकों की शिकायतें भी सुनेंगी. इससे पहले राज्य शिकायत प्रकोष्ठ के सदस्य मेडिकल कॉलेजों में बैठकें कर रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने कोलकाता के दो मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों और छात्रों के साथ बैठक की, जिसमें चुनाव से लेकर मेडिकल कॉलेजों और डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठा. राज्य शिकायत प्रकोष्ठ के सदस्यों ने नेशनल मेडिकल कॉलेज और एनआरएस में डॉक्टरों और छात्रों के साथ बैठक की. दोनों बैठकों में प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सौरभ दत्ता मौजूद थे. कोलकाता मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो डॉ इंद्रनील विश्वास ने कहा कि राज्य में 26 मेडिकल कॉलेज हैं.
सभी कॉलेजों में फैकल्टी की समस्या है. उन पर प्रकाश डाला गया है. केंद्रीय रेफरल प्रणाली की प्रभावशीलता पर भी सवाल उठाये गये. पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट की ओर से अनिकेत कर ने कहा कि मार्च में मेडिकल कॉलेजों में चुनाव कराने की बात हुई थी. लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई. आज की बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया. स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और अस्पतालों में दलाल राज को समाप्त करने के लिए उठाये गये कदमों पर भी सवाल खड़े किये गये.
राज्य शिकायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ सौरभ दत्ता ने कहा कि किसी भी संगठन को अलग से नहीं बुलाया जा रहा है. जो कोई भी चाहे वह वहां रह सकता है. हमें अब तक छात्र संसद चुनाव के बारे में जानकारी नहीं दी गयी है. हम निश्चित रूप से एक केंद्रीय रेफरल प्रणाली के बारे में सोचेंगे.
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