संविधान दिवस पर तृणमूल कांग्रेस के प्रस्ताव में खतरे की संस्कृति का जिक्र
विपक्ष के नेता शुभेंदु करेंगे विस सचिव व स्पीकर के खिलाफ शिकायत
विपक्ष के नेता शुभेंदु करेंगे विस सचिव व स्पीकर के खिलाफ शिकायत
कोलकाता. मंगलवार को संविधान दिवस के मौके पर विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस की ओर से पेश प्रस्ताव में मुख्य रूप से केंद्रीय एजेंसियों को निशाना बनाने के लिए ”खतरे की संस्कृति” शब्द का जिक्र है. प्रस्ताव में कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा डराने-धमकाने की रणनीति का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे संवैधानिक और संघीय बुनियादी ढांचा प्रणालियां ध्वस्त हो रही हैं. भाजपा स्वाभाविक रूप से इस बात से नाराज है कि विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस द्वारा पेश किये गये प्रस्ताव केंद्र पर निशाना साध रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा : यह हास्यास्पद है कि राज्य सरकार ही खतरा संस्कृति की जन्मदाता है. जहां हर तरफ भय का माहौल है, वहां राज्य सरकार केंद्र पर इस तरह का आरोप लगा रही है. सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व वाली भाजपा संसदीय दल इस मामले को केंद्र के संज्ञान में लाना चाहता है. भाजपा की ओर से स्पीकर बिमान बनर्जी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के स्पीकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा जायेगा. इस संदर्भ में स्पीकर की भूमिका बताने के लिए शुभेंदु अधिकारी स्वयं प्रस्ताव की प्रति के साथ पत्र लिखेंगे. साथ ही सचिव के खिलाफ हाइकोर्ट में मामला दायर किया जायेगा.
चूंकि, सचिव की नियुक्ति कलकत्ता हाइकोर्ट से होती है, इसलिए पत्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पास जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है