कोलकाता. कोलकाता नगर निगम उन 23 घरों की डिजाइन को मंजूरी देने जा रहा है, जो बऊबाजार मेट्रो दुर्घटना में नष्ट हो गये थे. मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि अगले शुक्रवार को मेयर काउंसिल की बैठक कर इन 23 घरों की डिजाइन के लिए विशेष अनुमति दी जायेगी. केएमआरसीएल ने एक एजेंसी के माध्यम से डिजाइन तैयार किया है, लेकिन उनके द्वारा तैयार डिजाइन की अब तक मंजूरी नहीं मिली है. ऐसे में इन 23 मकानों की डिजाइन के लिए विशेष अनुमति के लिए उक्त बैठक बुलायी गयी है. यह जानकारी बुधवार को निगम में कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी. इस दिन निगम के 48 नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद विश्वरूप दे ने प्रश्नकाल में एक सवाल रखा. वह जानना चाहते थे कि मेट्रो आपदा में अपना घर खोने वाले परिवार को कब घर मिलेगा. उन्होंने प्रभावित परिवार के घरों के पुनर्निर्माण के मामले में ””फिट सर्टिफिकेट”” देने पर भी सवाल उठाया. जवाब में मेयर ने कहा कि केएमआरसीएल की एक एजेंसी के माध्यम से बऊबाजार में 23 घरों की डिजाइन प्रस्तुत की गयी थी. हालांकि शुरुआत में इसे स्वीकार कर लिया गया, लेकिन अगली मेयर परिषद की बैठक में डिजाइन को आधिकारिक मंजूरी दी जायेगी. इन मामलों में विशेष छूट दी दिये जाने की जरूरी है, इसलिए विशेष मेयर इन काउंसिल की बैठक बुलायी गयी है. उन्होंने बताया पहले जिस डिजाइन पर बऊबाजार में इमारतों को तैयार किया गया था, उस डिजाइन पर अब निर्माण संभव नहीं हैं. आपदा से पहले यहां की सड़कें बहुत संकरी थी. ऐसे में विशेष छूट के बगैर या नये रूप से निर्माण संभव नहीं है. अगली मेयर परिषद की बैठक में मंजूरी दी जायेगी, ताकि थोड़ी छूट के साथ मकान बनाया जा सके. साथ ही जिन मकानों की मरम्मत हुई है, उनके मामले में घरों के ””स्ट्रक्चरल स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट”” के लिए आवेदन किया गया है. इंजीनियर उन मकानों का निरीक्षण कर प्रमाणपत्र जारी करेंगे. विदित हो कि 2019 के बाद से बऊबाजार इलाके में इस मेट्रो के काम पर चार बार संकट आ चुका है.
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