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बुरे वक्त में कोई पूछने नहीं आया, आज अनुब्रत के लौटने पर पहुंच रहे मंत्री, विधायक

ऐसे में बोलपुर के विधायक और मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा और विधायक विकास राय चौधरी आदि नेताओं को घर के दरवाजे से बैरंग लौट जाना पड़ा.

बोलपुर. गौ तस्करी मामले में तिहाड़ जेल से जमानत में छूट कर बोलपुर अपने घर लौटे तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल का मंगलवार को भव्य स्वागत किया गया. इस दिन कई मंत्री और विधायक भी अनुब्रत मंडल से मिलने उनके घर पहुंचे लेकिन अनुब्रत मंडल ने किसी को घर में प्रवेश तक नहीं करने दिया. ना उन लोगों से वह मिले. ऐसे में बोलपुर के विधायक और मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा और विधायक विकास राय चौधरी आदि नेताओं को घर के दरवाजे से बैरंग लौट जाना पड़ा. इस मामले को लेकर अनुब्रत मंडल के साले आनंद गोपाल घोष ने मीडिया को बताया कि जब अनुब्रत मंडल को सीबीआइ गिरफ्तार कर ले जा रही थी तो कोई विधायक और मंत्री पास नहीं खड़े हुआ. बुरे वक्त में कोई अनुब्रत का हाल चाल तक लेने तिहाड़ नहीं गया. इतना ही नहीं जब अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार करने सीबीआइ आने वाली थी तो अनुब्रत मंडल ने अपने नेताओं और मंत्रियों को सुकन्या का ध्यान रखने के लिए कहा था. लेकिन कोई पूछने तक नहीं आया. खाने तक को किसी ने नहीं पूछा. आज दो वर्ष बाद जेल से लौटने पर वे लोग अपनी हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. उन्होंने अनुब्रत को इशारा कर दिया है कि वह ऐसे स्वार्थी लोगों से दूर रहें. मंगलवार को बोलपुर नीचूपट्टी स्थित घर पर आम लोगों की भीड़ देखने योग्य थी. फूलों की बारिश की गयी थी. बैंड पार्टी लाकर बजाया गया था. अनुब्रत के नाम पर नारे लगाये गये. यह सब देखकर आनंद गोपाल घोष गुस्से से आग बबूला हो गये थे. जीजा अनुब्रत और भांजी सुकन्या के मामा आनंद गोपाल घोष ने सवाल किया, कि ’संकट के दौरान वे लोग कहां थे?’ थोड़ी देर बाद उन्होंने खुद ही जवाब दिया, ’उस दिन तो तुम नहीं थे, आज अचानक क्यों आये? कुछ तो दिलचस्पी होगी.’ आनंद गोपाल की बोलपुर में एक छोटी सी दुकान है. दुकान पर बैठे-बैठे वह आग बबूला हो गये. श्री घोष ने कहा कि 11 अगस्त, 2022 को जब सीबीआइ अनुब्रत को गिरफ्तार करने आई तो उन्होंने उन्हें फोन किया और रोने लगे क्योंकि, उस दिन कोई मंत्री, विधायक, सांसद वहां नहीं था. यहां तक कि अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद भी किसी ने उनकी बेटी सुकन्या का हालचाल तक नहीं पूछा. वह उमड़ी हुई भीड़ की ओर उंगली से इशारा करते हुए कह रहे थे, आज लौटने पर अभी तो सभी लोग गदगद नजर आ रहे हैं. मानो वे उनसे प्यार करते हों. अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद एकमात्र उनकी भांजी काफी दिनों तक खाना नहीं खा पायी थी. जो लोग आज दया और अपनापन दिखा रहे हैं, उन्हें बेचारी सुकन्या को तब नहीं देखना चाहिए था? उन्होंने यह भी कहा, ‘सुकन्या को देखने के लिए उन्होंने नेताओं के साथ मीटिंग भी की थी, लेकिन किसी ने नहीं देखा. आज मंत्री, चेयरमैन, वाइस चेयरमैन सब आ रहे हैं. उन्होंने उन्हें अंदर आने से बिल्कुल मना किया है. संयोग से, राज्य के मंत्री और बोलपुर विधायक चंद्रनाथ सिन्हा, सिउड़ी विधायक विकास राय चौधरी और जिले के कई नेताओं को अनुब्रत ने अपने चौखट से बैरंग लौटा दिया. चौखट पर पहुंचने के बाद भी इन नेताओं और विधायकों और मंत्री को मिलने की अनुमति नहीं मिली. अनुब्रत उनसे नहीं मिले. आनंद गोपाल घोष ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने सब देखा, कौन दोस्त है, और कौन दुश्मन है. उन्होंने अनुब्रत को सब कुछ बता दिया है. अब अनुब्रत आगे क्या रणनीति तय करेंगे वह वही बता पायेंगे.

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