Mithun Chakraborty : ‘आई एम ए डिस्को डांसर…’ और ‘याद आ रहा है…’ जैसे बेहद लोकप्रिय गीतों के माध्यम से भारत में डिस्को नृत्य के युग की शुरुआत करने का श्रेय मिथुन चक्रवर्ती दिया जाता है. मिथुन चक्रवर्ती का फिल्मों से लेकर राजनीति के सफर की बात करें ताे उन्होंने अपने जीवन में काफी उतार -चढ़ाव देखे है. हिंदी सिनेमा में डिस्को डांस को लोकप्रिय बनाने वाले तथा ‘मृगया’, ‘सुरक्षा’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘डांस डांस’ जैसी फिल्मों के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान रहा है. मिथुन चक्रवर्ती का सियासी सफर मीठा कम कड़वा ज्यादा माना जाता है.
मिथुन चक्रवर्ती को टीएमसी ने राज्यसभा से भी बनाया सांसद
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने 2011 में जब बंगाल की सत्ता संभाली तो उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती को राजनीति से जोड़ा. मिथुन चक्रवर्ती को टीएमसी ने राज्यसभा से सांसद भी बनाया, लेकिन 2016 के अंत में उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और राजनीति से संन्यास ले लिया. बहुत कम लोग जानते हैं कि मिथुन चक्रवर्ती अपने छात्र जीवन में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के सदस्य रहे हैं.
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बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी का बनाया था स्टार प्रचारक
पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने मिथुन चक्रवर्ती को अपने साथ लाने के लिए पूरी ताकत लगाई. मार्च, 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में कोलकाता में मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी ने मिथुन चक्रवर्ती को विधानसभा चुनाव में पार्टी का स्टार प्रचारक बनाया. मिथुन ने भी पार्टी के लिए जमकर प्रचार किया.विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाया लेकिन पार्टी को 294 में से 77 सीटों पर ही जीत मिली. बीजेपी को मिथुन चक्रवर्ती से जैसी उम्मीद थी वेसी जीत वह पार्टी को नहीं दिला सके.
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शारदा चिटफंड घोटाले से जुड़ा था नाम
असल में, मिथुन चक्रवर्ती की राजनीति छोड़ने की शुरुआत उसी वक्त से हो गई थी जब उनका नाम शारदा चिटफंड घोटाले में आया था. मिथुन चक्रवर्ती ने सेहत का हवाला देकर राजनीति छोड़ी थी और राजनीति छोड़ने से एक साल पहले से ही उन्होंने खुद को अलग करना शुरू कर दिया था.
राजनीति से संन्यास
चिटफंड घोटाले में नाम आने के बाद वर्ष 2016 के आखिर में मिथुन ने राज्यसभा के सांसद पद से इस्तीफा दे कर राजनीति से संन्यास ले लिया था.उस समय मिथुन ने अपने खराब स्वास्थ्य को राजनीति से नाता तोड़ने की वजह बताया था.लेकिन दरअसल, उनके राजनीति छोड़ने की शुरुआत उसी समय हो गई थी जब उनका नाम शारदा चिटफंड घोटाले में आया था.
मैं एक अभिनेता हूं जो लोगों के लिए सामाजिक कार्य भी करता है
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनके कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर चक्रवर्ती ने कहा, मेरा कार्यकाल बहुत पहले समाप्त हो चुका है. मैं अब सांसद नहीं रहा. मैं एक अभिनेता हूं जो लोगों के लिए सामाजिक कार्य भी करता है. चक्रवर्ती ने भाजपा के साथ उनके जुड़ाव और यह सम्मान पाने में इसकी कोई भूमिका होने के बारे में कहा, मैं भाजपा से जुड़ा हुआ हूं. लेकिन मैंने फिल्म उद्योग में लंबे समय तक काम किया है और मुझे लोगों का प्यार मिला.
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बर्बर अपराध करने वाले को किया जाए दंडित
आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के बारे में पूछे जाने पर चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘हर किसी की तरह मैं भी इस घटना से हिल गया. हम सभी बस यही चाहते हैं कि इस बर्बर अपराध करने वाले का पता लगाया जाए और दंडित किया जाए. यदि इसमें देर हुई या ऐसा नहीं हुआ तो महिलाओं की सुरक्षा कभी सुनिश्चित नहीं होगी.
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