विधायक हुमायूं कबीर ने शोकॉज का दिया जवाब

सीएम ने लगायी थी फटकार

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 10:22 PM

सीएम ने लगायी थी फटकार कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा नाराजगी व्यक्त करने के दूसरे ही दिन भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने पार्टी की ओर से किये गये शोकॉज का लिखित में जवाब दिया. हुमायूं ने शुक्रवार को विधानसभा में तृणमूल अनुशासन समिति के सदस्य शोभनदेव चट्टोपाध्याय को जवाब सौंपा. सूत्रों के मुताबिक, तीन पन्नों के जवाबी पत्र में कबीर ने कहा कि उनका इरादा पार्टी को नुकसान पहुंचाना नहीं था. यदि किसी को ठेस पहुंची है, तो वह क्षमाप्रार्थी हैं. हालांकि, कुछ मसलों को लेकर पार्टी में शिकायत करने के बावजूद कोई कदम नहीं उठाये जाने पर वह भावुक हो गये और कुछ टिप्पणियां भी कीं. पत्र में उन्होंने विस्तार से बताया कि उन्हें ये टिप्पणियां करने के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा. कबीर को मीडिया में उनकी हालिया टिप्पणियों के लिए पार्टी की अनुशासन समिति की ओर से विगत बुधवार को शोकॉज किया गया था और तीन दिनों के अंदर जवाब देने मांगा गया था. इसके अगले ही दिन विधानसभा में मुख्यमंत्री व पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने कबीर के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द जवाब देने को कहा था. उधर, शोकॉज का जवाब देने का बाद भी कबीर के तेवर फिलहाल नरम नहीं दिखे हैं. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि वह गांव से जुड़े हैं और सीधी बात कहते हैं. पार्टी में हुए कुछ मसलों को लेकर उन्होंने अपनी बातें रखीं. उम्मीद थी कि कुछ कदम उठाये जायेंगे. हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया. भविष्य में वह पार्टी के समक्ष अपनी बातों को रखेंगे. शोकॉज मिलने के बाद विगत गुरुवार को भी उन्होंने तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी पर हमला बोला था. हुमायूं ने सवाल उठाया था कि सांसद कल्याण बनर्जी को कारण बताओ नोटिस क्यों नहीं भेजा जायेगा? उन्हें अनुशासन समिति का सामना क्यों नहीं करना चाहिए? कबीर ने कहा था कि तृणमूल के भीतर एक खेमा पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा लिये गये प्रत्येक निर्णय को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को राज्य का उप मुख्यमंत्री या यहां तक कि गृह मंत्री बनाने की मांग की थी, जिसकी आलोचना हुई थी. गत सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की हुई बैठक में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने अनुशासन को लेकर नेताओं व कार्यकर्ताओं को सचेत रहने का संकेत दिया था. सूत्रों की माने, तो इसके बाद कबीर की टिप्पणियों को लेकर शोकॉज किया गया.

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