जल, थल और वायु मार्ग से हो रही गंगासागर मेले की कड़ी निगरानी

कोलकाता से करीब सौ किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण 24 परगना के सागरद्वीप में गंगासागर मेला शुरू हो चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 13, 2025 6:41 AM

सागरद्वीप से मनोरंजन सिंह

कोलकाता से करीब सौ किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण 24 परगना के सागरद्वीप में गंगासागर मेला शुरू हो चुका है. मकर संक्रांति के मौके पर पुण्य स्नान के लिए देशभर से तीर्थयात्री गंगासागर पहुंचने लगे हैं. राज्य सरकार व जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. जल, थल और वायु तीनों मार्गों से गंगासागर मेले की कड़ी निगरानी की जा रही है. प्रशासन के मुताबिक अब तक 42 लाख तीर्थयात्री गंगासागर में डुबकी लगा चुके हैं. 42 लाख तीर्थयात्री सागर में डुबकी लगाकर लौट चुके हैं रविवार को सागर मेला ऑफिस में राज्य के बिजली मंत्री अरुप विश्वास ने मीडियाकर्मियों को बताया कि गंगासागर मेले में इस बार पिछले साल से भी अधिक तीर्थयात्री आयेंगे. एक जनवरी से लेकर अब तक यानी रविवार शाम पांच बजे तक करीब 42 लाख तीर्थ यात्रियों ने गंगासागर में पवित्र डुबकी लगायी है. और अब वे पुण्य स्नान करके लौट चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम महाकुंभ का सम्मान करते हैं, लेकिन गंगासागर मेले को राष्ट्रीय दरजा क्यों नहीं मिलना चाहिए.

राज्य सरकार ने शुरू की तीन नयी पहल

मंत्री श्री विश्वास ने बताया कि राज्य सरकार मेले में आनेवाले तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करने व उनकी सुविधाओं के लिए तीन नयी सेवाएं शुरू की है. इनमें ई-बंधन, ई-अनुसंधान और ई-परिचय जैसी सेवाएं हैं. ई-बंधन के तहत तीर्थ यात्रियों को मेले में आने का प्रमाण-पत्र दिया जायेगा, जो तीन भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें उनके फोटो लगे होंगे. यह इस बात का प्रमाण होगा कि उन्होंने तीर्थ यात्रा की है. ये प्रमाण-पत्र अंग्रेजी, बांग्ला और हिंदी में दिये जा रहे हैं. इसी तरह ई-अनुसंधान के तहत क्यूआर कोड के जरिये तीर्थ यात्रियों को सभी तरह की सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है. ई-अनुसंधान के माध्यम से पुण्यार्थी बस, लांच, एटीएम, पार्किंग समेत मेले में उपलब्ध हर तरह की जानकारी हासिल कर पायेंगे. ई-परिचय सेवा भी उपलब्ध करायी गयी है, जिसमें बुजुर्ग व बच्चे को रिस्ट बैंड दिये जा रहे हैं, जिस पर क्यूआर कोड है.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

वर्तमान में पड़ोसी बांग्लादेश भारत में अशांति के माहौल के बीच सीमावर्ती इलाकों से घुसपैठ के मद्देनजर गंगासागर मेले में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी है. मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया जायेगा. जल-थल व वायु तीनों मार्गों से कड़ी निगरानी की जा रही है. सुरक्षा में कुल 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं. 62 ज्वाइंट स्क्रीन लगाये गये हैं, जो जगह-जगह निगरानी रख कर मेले की भीड़ को नियंत्रण कर रहे हैं. 44 वाच टावर हैं, जिस पर से सुरक्षाकर्मी मेले की निगरानी कर रहे हैं. 50 फुड प्रेट्रोलिंग टीम, आठ एलईडी वैन, 18 एंटी क्रिमिनल पेट्रोलिंग टीम, 18 मिसिंग पर्सन स्क्वाड, 2 स्निफर स्क्वाड, 28 रिवर स्क्वाड, 617 ड्रॉप गेट के जरिये मेले में हो रही भीड़ के नियंत्रण की व्यवस्था की गयी है. तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए मेल में सात वाईफाई जोन और सेटेलाइट फोन की व्यवस्था की गयी है.

पुलिस के एक अस्थायी कैंप में लगी आग

सागरद्वीप. दक्षिण 24 परगना जिले के कचुबेड़िया इलाके में पुलिस के एक अस्थायी कैंप में रविवार की शाम अचानक आग लग गयी. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, रविवार शाम कचुबेड़िया आश्रम मोड़ के पास सुंदरबन पुलिस के एक अस्थायी कैंप में आग लग गयी. घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इस आग के कारण कई अस्थायी कैंप को नुकसान पहुंचा है. घटना की खबर पाकर मौके पर दमकल की एक गाड़ी पहुंची. दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया. पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे. ड्यूटी पर होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ. दमकल विभाग का प्रारंभिक अनुमान है कि अस्थायी पुलिस कैंप में गैस सिलिंडर से ही आग लगी होगी.

नौका से भी माइकिंग के सहारे तीर्थ यात्रियों को किया जा रहा गाइड

इधर, काकद्वीप और नामखाना से ही तीर्थ यात्रियों को गाइड करने के लिए प्रशासन जगह-जगह माइकिंग कर रही है. इसी बीच काकद्वीप से मुड़ी गंगा नदी पार करने के दौरान नौका के सहारे भी तीर्थ यात्रियों को गाइड किया जा रहा है. मुड़ी गंगा नदी पार करने के लिए काकद्वीप लाट-8 पर वेसेल के लिए लोगों को इंतजार करते देखा गया. इस दौरान मुड़ी गंगा नदी पार करने के दौरान तीर्थ यात्रियों को सागर मेले तक जाने के लिए पल-पल की अपडेट जानकारी दी जा रही है. नौका पर भी माइक लगाकर लोगों को जानकारी दी जा रही है. इसी तरह से नामखाना से भी वेसेल के सहारे सागर कचुबेड़िया पहुंचने के क्रम में नौका के सहारे माइकिंग की जा रही है.

मंत्री अरूप विश्वास का दावा, पिछले साल के रिकार्ड तोड़ देगी भीड़

मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि अब तक 42 लाख से अधिक लोग पुण्य स्नान कर लौट चुके हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह यहां समुचित व्यवस्था की है, उसे देखते हुए इस बार पहले से अधिक संख्या में तीर्थ यात्रियों का आगमन होगा. यह आंकड़ा एक करोड़ से अधिक होने का अनुमान है, जो पिछले साल के रिकार्ड को तोड़ देगा.

एक तीर्थयात्री की मौत, तीन बीमार, दो यात्री किये गये एयरलिफ्ट

गंगासागर में पुण्य स्नान के लिए पहुंचे तीर्थयात्रियों में से शनिवार को एक तीर्थयात्री की मौत हो गयी और तीन तीर्थयात्री बीमार हो गये हैं, इनमें से दो को एयरलिफ्ट कर कोलकाता ले जाया गया. वहां उन्हें कोलकाता के एमआर बांगुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, मृत तीर्थयात्री का नाम अवधेश तिवारी (54) था. वह यूपी के रहनेवाले थे. प्रशासन का दावा है कि बीमार होने की वजह से उनकी मौत हुई है. यह स्वाभाविक मौत है. मेला क्षेत्र में बीमार तीर्थयात्रियों के नाम ठाकुरदास (70), महारानी मंडल (85) और राजकुमार पांडेय (55) बताये गये हैं. ठाकुरदास यूपी के बाराबंकी के बदोसोनी के हैं. 85 वर्षीय महारानी मंडल कैनिंग के उत्तर तालदीघी की रहनेवाली हैं. इन दोनों को एयरलिफ्ट कर कोलकाता के एमआर बांगुर में भर्ती कराया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version