बदलते मौसम में भी डंक मार रहा डेंगू

बदलते मौसम में डेंगू डंक मार रहा है, जो प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, लेकिन इस बार पिछले साल की तुलना में डेंगू का प्रकोप काफी हद तक कम है. पर इस साल माॅनसून बीत जाने के बाद भी डेंगू कहर बरपा रहा है. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. बता दें कि इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संबंधित विभागों को बार-बार चेतावनी दी थी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 10, 2024 11:15 PM

कोलकाता.

बदलते मौसम में डेंगू डंक मार रहा है, जो प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, लेकिन इस बार पिछले साल की तुलना में डेंगू का प्रकोप काफी हद तक कम है. पर इस साल माॅनसून बीत जाने के बाद भी डेंगू कहर बरपा रहा है. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. बता दें कि इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संबंधित विभागों को बार-बार चेतावनी दी थी. डेंगू पर नियंत्रण के लिए मुख्य सचिव हर सप्ताह बैठक कर रहे हैं. फिर भी, जैसे-जैसे पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है, हालात बिगड़ते जा रहे हैं. नियंत्रण हाथ से निकलता जा रहा है. इस स्थिति के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की कमी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.

चार नवंबर तक डेंगू के 23,227 मामले आये सामने

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गत चार नवंबर तक राज्य में डेंगू के 23,227 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें सरकारी अस्पतालों में जांच के बाद 18,133 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. वहीं, निजी अस्पतालों में 5,094 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जुलाई से नवंबर के बीच यह दर काफी बढ़ी है. आंकड़ों पर गौर करें, तो पता चलता है कि सितंबर से अक्तूबर के बीच इस दर में थोड़ी कमी आयी थी. बाद में इसमें फिर बढ़ोतरी हुई. लेकिन नवंबर के पहले हफ्ते तक डेंगू के मामलों की दर काफी बढ़ी है. डेंगू से राज्य में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है.

विभाग के अधिकारियों के साथ हर सप्ताह बैठक कर रहे मुख्य सचिव

सूत्रों के अनुसार, राज्य में डेंगू पर काबू पाने के लिए मुख्य सचिव मनोज पंत खुद हर हफ्ते संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं. इसमें सभी विभागों से समन्वय बढ़ाकर काम करने की बात बार-बार कही जा रही है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि डेंगू को तभी खत्म किया जा सकता है, जब नगर निगम का जल निकासी विभाग, भवन विभाग और मत्स्य पालन विभाग राज्य स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर काम करें. जल निकासी विभाग का काम जैसे महानगर के विभिन्न हिस्सों में नालियों को साफ रखना, भवन निर्माण विभाग का इस पर नजर रखना कि बड़े आवासनों में पानी जमा तो नहीं हो रहा है. नियमित अस्पतालों से डेंगू परीक्षण की रिपोर्ट की समीक्षा करना स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है. फिर, मत्स्य विभाग को स्थिर पानी में डेंगू मच्छर के लार्वा को मारने के लिए गप्पी मछली छोड़ने का काम करना चाहिए. डेंगू पर पूरी तरह तभी काबू पाया जा सकता है, जब हर विभाग उचित समन्वय के साथ अपना काम ठीक से करे.

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