खड़दह नगरपालिका की चेयरपर्सन ने कहा-जमीन मालिक को सामने लाने के लिए लगा बोर्ड
संवाददाता, खड़दह.
खड़दह के बलराम सेवा मंदिर अस्पताल से सटे इलाके में एक निजी जमीन पर नगरपालिका की ओर से बोर्ड लगाया गया है, जिसमें लिखा गया है कि ‘यह जमीन का मालिकाना खड़दह नगरपालिका के अधीन है’. इसे लेकर इलाके में बवाल मचा है. वहां रहनेवाले कुछ लोगों में नगरपालिका के प्रति नाराजगी देखी गयी. हालांकि इस संबंध में शुक्रवार को की खड़दह नगरपालिका की चेयरपर्सन नीलू सरकार ने कहा है कि यह 16 बीघे की जमीन है, जो पहले नगरपालिका की ही थी. बाद में किसी ने खरीदा लेकिन ना ही म्यूटेशन कराया और ना ही टैक्स जमा दिया जाता है. वहां अवैध रूप से खटाल है. वहां रहनेवाले कुछ लोग बस्ती तैयार कर रहे है. वहां गंदगी के कारण डेंगू फैल सकता है.
असामाजिक कार्यकलाप होते हैं. इसी कारण से नगरपालिका ने ऐसा बोर्ड लगाया है, ताकि जिसका है, वह नगरपालिका में आये और वहां की समस्या और इलाके में हो रही गंदगी को ठीक करे. उन्होंने कहा कि नगरपालिका भला क्यों किसी की जमीन दखल करेगी. यह इसलिए किया गया है ताकि जमीन का मालिक अपनी उक्त जमीन को स्वच्छ रखे. लंबे समय से सफाई नहीं होने से गंदगी की भरमार हो गयी है.
इस संबंध में खड़दह नगरपालिका के वाइस चेयरमैन सायन मजूमदार ने मीडिया को बताया है कि नगरपालिका की ओर से कोई भी बैठक अथवा सीआइसी में इस तरह बोर्ड लगाने का निर्णय नहीं हुआ है. अगर ऐसा किया गया है, तो यह चेयरपर्सन का व्यक्तिगत मामला हो सकता है. यह नगरपालिका का कोई मैटर नहीं है. बिना बोर्ड मीटिंग के ऐसा नहीं किया जा सकता है.
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