जयनगर हत्याकांड के दोषियों को तीन महीने में मिले मृत्युदंड : मुख्यमंत्री

दक्षिण 24 परगना के जयनगर में नौ साल की बच्ची की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मामले के दोषियों को तीन महीनों में मृत्युदंड मिले.

By Prabhat Khabar News Desk | October 7, 2024 1:12 AM
an image

सीएम ने कहा- पुलिस को हत्याकांड में पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज करना चाहिए

संवाददाता, कोलकाता दक्षिण 24 परगना के जयनगर में नौ साल की बच्ची की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मामले के दोषियों को तीन महीनों में मृत्युदंड मिले. मुख्यमंत्री रविवार को वर्चुअल माध्यम से कई दुर्गापूजा पंडालों का उद्घाटन करने के बाद कोलकाता पुलिस बॉडीगार्ड लाइंस में लोगों को संबोधित कर रही थीं. सुश्री बनर्जी ने यह भी कहा कि अपराध का कोई रंग, जाति या धर्म नहीं होता. अपराध, अपराध होता है. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. जयनगर में हुई घटना में पुलिस पॉक्सो अधिनियम (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट) के तहत शिकायत दर्ज करे. उन्होंने दुष्कर्म व हत्या के मामलों में ‘मीडिया ट्रायल’ पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इसे रोका जाना चाहिए, क्योंकि इससे जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है. दुष्कर्म व हत्या की घटनाओं को लेकर भाजपा, माकपा व अन्य विपक्षी दलों के विरोध पर तंज कसते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि बंगाल में दो-एक आपराधिक घटना होने पर यहां वे ज्यादा हंगामा करने लगते हैं, लेकिन अन्य जगहों (दूसरे राज्यों) में आपराधिक मामलों पर उनके मुंह से आवाज नहीं निकलती. उन मामलों को लेकर एकबार भी विरोध नहीं करते. आम लोगों के सड़क पर उतर कर आंदोलन करने का मैं विरोध नहीं करती, लेकिन केवल पुलिस की खामियां निकालना, उनपर दोष मढ़ना और उन्हें अपशब्द कहना, क्या ठीक है? मुख्यमंत्री ने कहा: मैं राज्य पुलिस और कोलकाता पुलिस से कह रही हूं कि जो लड़कियां अपराध को सबसे पहले पहचान करेंगी, फर्जी वीडियो पर ‘फेक’ लिखेंगी और सबसे पहले पुलिस को इससे अवगत करायेंगी, उन्हें इनाम दिये जायेंगे. और जरूरत पड़ने पर उन्हें नौकरी भी मिलेगी. हर काम हर किसी से नहीं होता. मुझे लगता है कि यह काम लड़कियां बेहतर कर सकती हैं. मुख्यमंत्री ने साइबर क्राइम के खिलाफ भी अपना गुस्सा जाहिर किया.

उन्होंने एआइ प्रौद्योगिकी का विषय उठाते हुए कहा: आज एआइ की तकनीक है. आपलोग सोशल मीडिया पर मेरी तस्वीर व वीडियो देखेंगे, मेरा वक्तव्य सुनेंगे, लेकिन असल में वह मैं नहीं हूं. पता चलेगा वह फर्जी वीडियो है. यही एआइ है. मौजूदा समय में साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है और जो साइबर अपराध करते हैं, वे ही उनका अधिक समर्थन करते हैं. मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस के कार्यों व उनकी भूमिका की भी सराहना की है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version