Nabanna Abhiyan : आज नबान्न अभियान को लेकर सड़कों पर 4 हजार पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, ड्रोन से होगी निगरानी
Nabanna Abhiyan : पुलिस का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई घायल न हो. लेकिन अगर किसी ने अशांति फैलाने की कोशिश की तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की जाएंगी.
कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल छात्र समाज की ओर से नबान्न अभियान को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है. इसके लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय अर्थात नबान्न भवन व आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है. लगभग 4,000 अतिरिक्त पुलिसकर्मी की सड़कों पर तैनात किये गये है. सात जगहों पर बैरिकेडिंग की गई है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी भी सड़कों पर खड़े होकर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगे.
ड्रोन से होगी निगरानी
नबान्न के पहले हेस्टिंग्स में भीड़ को कम करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के लिए ”वज्र” को तैनात किया जा रहा हैं. इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है. हावड़ा कमिश्नरेट के करीब दो हजार पुलिसकर्मी नबान्न के आसपास तैनात रहेंगे. विद्यासागर सेतु के आस-पास कई जगहों पर की गई बैरिकेटिंग की गई है. पुलिस की तरफ से धर्मतला, हेस्टिंग्स क्रॉसिंग, दूसरा हुगली ब्रिज, हावड़ा ब्रिज, रेस कोर्स गेट, टर्फ व्यू, नबान्न के पास बैरिकेडिंग की गई है.
तीन चरणों में की गई है बैरिकेडिंग
तीन चरण में बैरिकेडिंग की गई है. अगर रेलिंग का घेरा टूटा भी हो तो अगले घेरे में बांस से बनी सीजर बैरिकेडिंग बनाई गई है. तीसरी रिंग में स्टील गार्ड वॉल की तैनाती की गई है. इसके बाद दूसरी तरफ रैफ के विशेष बल तैनात किए गए होंगे. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त रैंक का एक अधिकारी प्रत्येक बैरिकेड की निगरानी में तैनात होगा. कई डीसी, सहायक आयुक्त और इंस्पेक्टर उनके साथ रहेंगे.
500 से 600 पुलिसकर्मी होंगे तैनात
प्रत्येक बैरिकेड पर औसतन 500 से 600 पुलिसकर्मी होंगे तैनात.सबसे पहले प्रदर्शनकारियों को हटने और वापस लौटने के लिए कहा जाएगा. रेलिंग को तोड़ने के प्रयासों में पानी की बौछारों या रबर की गोलियों से भरे वज्र का उपयोग शामिल हो सकता है.
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पुलिस का मकसद है कि कोई घायल न हो
लालबाजार सूत्रों का कहना है कि, सबसे पहले कोशिश होगी कि लाठी-डंडे न चलें और आंसू गैस न फेंके जाएं. पुलिस का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई घायल न हो. लेकिन अगर किसी ने अशांति फैलाने की कोशिश की तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की जाएंगी. सड़क से कोई ईंट या पत्थर इकट्ठा न कर सके, इसके लिए सोमवार की रात तक सड़क के दोनों ओर से ईंट या पत्थर हटा दिये गए हैं.
कोलकाता में पुलिस ने किये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अगर कोई अपने साथ ईंटें या कोई हथियार लाता है, तो वह दृश्य ड्रोन या सड़क के सीसीटीवी कैमरे में कैद होने पर लालबाजार उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा.पुलिस की तरफ से नेट यूजीसी के परिक्षार्थियों से अनुरोध किया गया है कि, वे किसी मुसीबत में फंसे तो 100 नंबर पर फोन कर पुलिस की मदद ले सकते हैं. या फिर नजदीकी पुलिस स्टेशन या अपने आसपास खड़े पुलिसकर्मी से संपर्क करने पर उन्हें मदद मिलेगी.