कांकीनाड़ा की नफरचंद जूट मिल में तालाबंदी, 4000 श्रमिक हुए बेरोजगार
श्रमिक असंतोष का कारण बताकर सोमवार को कांकीनाड़ा स्थित नफरचंद जूट मिल में तालाबंदी कर दी गयी. मिल प्रबंधन की तरफ से गेट पर ‘सस्पेंशन ऑफ वर्क’ (कार्य स्थगन) का नोटिस चस्पा कर दिया गया है.
मिल में लगा सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस
प्रतिनिधि, बैरकपुरश्रमिक असंतोष का कारण बताकर सोमवार को कांकीनाड़ा स्थित नफरचंद जूट मिल में तालाबंदी कर दी गयी. मिल प्रबंधन की तरफ से गेट पर ‘सस्पेंशन ऑफ वर्क’ (कार्य स्थगन) का नोटिस चस्पा कर दिया गया है. इससे यहां काम करने वाले चार हजार श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं. मिल बंद होने की खबर फैलते ही श्रमिक आक्रोशित हो गये और गेट के बाहर प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाने लगे. तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.गौरतलब है कि कुछ महीनों से काम को लेकर मिल प्रबंधन और श्रमिकों के बीच विवाद चल रहा था. गत शनिवार को श्रमिकों ने जमकर हंगामा किया था. आरोप है उस दिन श्रमिकों द्वारा कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की भी गयी थी. सूत्रों के अनुसार, उस दिन मिल में उत्पादन कार्य लगभग बंद हो गया था. सोमवार को जब श्रमिक काम पर पहुंचे तो मिल में लगे सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस देख भड़क गये और प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन में शामिल श्रमिकों ने आरोप लगाया कि मिल के अंदर कुछ तत्व ठेकेदार बनकर मिल में अपनी मर्जी से काम करवा रहे हैं.
वे स्थायी श्रमिकों को काम नहीं करने दे रहे हैं. विरोध करने पर उन्हें मारपीट की धमकी दी जा रही है. ठेका श्रमिकों को काम करने दिया जा रहा है. आरोप है कि विरोध करने वाले श्रमिकों को अलग-अलग विभागों में स्थानांतरित किया जा रहा है. जब अधिकारियों को सूचित करने जाते हैं तो उनसे इस्तीफा देकर घर जाने को कहा जाता है. श्रमिकों का आरोप है कि दुर्गापूजा के समय बोनस देने से बचने के लिए साजिश के तरह मिल को अस्थिर कर बंद कर दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है