अस्पताल पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम
आरोप है कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में घटिया सलाइन देने से एक प्रसूता की मौत हो गयी और चार बीमार पड़ गयीं.
खड़गपुर. सलाइन कांड को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंची. शनिवार सुबह करीब 11.30 बजे अर्चना मजूमदार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अस्पताल पहुंचा. अर्चना भाजपा नेता होने के साथ-साथ पेशे से चिकित्सक भी हैं. आरोप है कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में घटिया सलाइन देने से एक प्रसूता की मौत हो गयी और चार बीमार पड़ गयीं. घटना की जांच सीआइडी कर रही है. वहीं, राज्य सरकार ने 12 डॉक्टरों को निलंबित भी कर दिया है. इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम जांच के लिए अस्पताल पहुंची.
आयोग के सूत्रों के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल अस्पताल की प्रिंसिपल मौसमी नंदी, जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी सौम्यशंकर शारंगी, निलंबित अस्पताल अधीक्षक जयंत कुमार राउत और उन सभी डॉक्टरों से बात करेगा, जो उस दिन अस्पताल में मौजूद थे. वे मृतका और बीमार माताओं के परिजनों से भी बात कर सकते हैं. अर्चना मजूमदार ने कहा : मैं जांच करने आयी हूं. सलाइन से लेकर विभिन्न दवाओं तक और क्या हुआ था. अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही हुई है या नहीं, हर चीज की जांच की जायेगी. मैं खुद एक डॉक्टर होने के नाते इन मामलों पर भी गौर करूंगी.
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