स्टांप ड्यूटी व सर्कल रेट में छूट नहीं, पर खूब बिके फ्लैट
रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2024 में सरकार ने घर खरीदने पर मिलने वाली स्टांप ड्यूटी और सर्कल रेट में छूट को हटा दिया, लेकिन इसका घरों की बिक्री पर खास असर नहीं पड़ा.
कोलकाता. रियल एस्टेट मार्केट की अग्रणी कंसल्टेंट कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट ‘इंडिया रियल एस्टेट: रेजिडेंशियल और ऑफिस (जुलाई – दिसंबर 2024)’ जारी की है. इसमें कोलकाता के ऑफिस और रेजिडेंशियल मार्केट के संबंध में अहम जानकारी साझा की गयी है. रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2024 में सरकार ने घर खरीदने पर मिलने वाली स्टांप ड्यूटी और सर्कल रेट में छूट को हटा दिया, लेकिन इसका घरों की बिक्री पर खास असर नहीं पड़ा. कोलकाता में 2024 घर बिक्री के लिहाज से 2010 के बाद का तीसरा सबसे अच्छा साल रहा. कुल 17,389 घर बिके. खास बात यह है कि 2024 में घरों की बिक्री उन सालों से भी ज्यादा रही, जब छूट मिल रही थी. जुलाई से दिसंबर 2024 के बीच, जब कोई छूट नहीं थी, तब 8,259 घरों की बिक्री हुई. यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक है. ये आंकड़े बताते हैं कि कोलकाता में घर खरीदने वालों का भरोसा बरकरार है और बाजार में स्थिरता बनी हुई है. चाहे सरकारी छूट हो या न हो. वहीं, 2024 में कोलकाता में कुल 1.4 मिलियन वर्ग फीट ऑफिस स्पेस किराये पर दिया गया, जो लगभग 2023 के बराबर था. इसमें सिर्फ एक प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गयी. औसत ऑफिस किराया सात प्रतिशत बढ़कर 41 रुपये प्रति वर्ग फीट प्रति माह हो गया, जो ऑफिस स्पेस की बढ़ती मांग को दर्शाता है.
क्या कहा मर्लिन ग्रुप के एमडी ने
वर्ष 2024 कोलकाता के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा है, जिसमें बढ़ती मांग और आर्थिक स्थिरता ने मजबूत बिक्री को बढ़ावा दिया है. इस दौरान प्रीमियम बाजार में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला है, जिसमें 60-90 लाख रुपये की कीमत वाले मध्यम श्रेणी के आवास और एक-तीन करोड़ रुपये की कीमत वाली लक्जरी संपत्तियों में अभूतपूर्व मांग देखी गयी है. यह बदलाव उच्च गुणवत्ता वाले जीवन को प्राथमिकता देने वाले खरीदारों की उभरती आकांक्षाओं को दर्शाता है. वाणिज्यिक मोर्चे पर कोलकाता के ऑफिस स्पेस मार्केट ने लंबे अंतराल के बाद पुनरुद्धार का अनुभव किया है, जो आइटी, प्रौद्योगिकी और बीएफएसआइ जैसे क्षेत्रों द्वारा संचालित है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि यह सकारात्मक ट्रेंड 2025 तक जारी रहेगा, जिससे आवासीय और वाणिज्यिक रियल एस्टेट दोनों में वृद्धि होगी.बोले नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन व एमडी
कोलकाता के आवासीय बाजार ने 2024 में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. मार्केट ने बदलते हालात के हिसाब से खुद को ढाला और मजबूत बनाया. प्रीमियम घरों की मांग बनी रही और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का विकास हुआ. इस श्रेणी में कोलकाता 2025 में और भी विकास कर सकता है. उन्होंने कहा कि 2024 में कोलकाता के अलग-अलग इलाकों में घरों की कीमतों में अंतर देखा गया. कोलकाता के सबसे प्रमुख इलाके जैसे बालीगंज, टॉलीगंज और रॉडन स्ट्रीट में कीमतों में स्थिर बढ़ोतरी हुई क्योंकि इन जगहों का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी बेहतरीन है और लोग यहां रहना पसंद करते हैं. नये और उभरते इलाके जैसे-सॉल्टलेक और राजारहाट न्यू टाउन में इंफ्रास्ट्रक्चर और मेट्रो कनेक्टिविटी में सुधार हुआ, जिससे इन जगहों पर कीमतों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हुई.
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