100 दिनों के काम का भुगतान नहीं, सड़क पर उतरे ठेकेदार
100 दिनों के काम के तहत सप्लाई की गयी निर्माण सामग्री का करोड़ों रुपये बकाया होने के कारण ठेकेदारों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
प्रतिनिधि, हुगली.
100 दिनों के काम के तहत सप्लाई की गयी निर्माण सामग्री का करोड़ों रुपये बकाया होने के कारण ठेकेदारों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री ने इस विषय पर राज्यपाल को पत्र लिखकर जानकारी दी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. ऐसे में अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता मान कर ठेकेदार रूरल डेवलपमेंट कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन की ओर से राज्यभर में विरोध प्रदर्शन और धरना दिया गया. हुगली जिले में चुंचुड़ा घड़ी मोड़ पर एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया. इसके बाद जिलाशासक को ज्ञापन सौंपा गया. 100 दिनों के काम के जिले के नोडल अधिकारी अजय बसु को भी यह ज्ञापन दिया गया. एसोसिएशन के सचिव अभिजीत घोष, अध्यक्ष शेख साफिउद्दीन और सदस्य फरीदुल खान ने ज्ञापन सौंपने के बाद बताया कि राज्य में लगभग 70,000 ठेकेदार हैं. इनमें से सिर्फ हुगली जिले में 4,500 से अधिक हैं. 2021 और 2022 के वित्तीय वर्षों में हमने 100 दिनों के काम के तहत निर्माण सामग्री की आपूर्ति की थी. हुगली जिले में कुल बकाया राशि लगभग 41 करोड़ रुपये है. उन्होंने बताया कि इस राशि का एक हिस्सा बिल के रूप में तैयार है, लेकिन संबंधित विभागों से अभी तक भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे में अब आंदोलन को और तेज करने की योजना बनायी जा रही है. एसोसिएशन की राज्य समिति जल्द बैठक कर निर्णय लेगी कि बंगाल के हर ब्लॉक में यह आंदोलन हो.
उल्लेखनीय है कि 100 दिनों के काम के तहत मजदूरों के बकाया भुगतान को राज्य सरकार ने खुद चुकाया, क्योंकि केंद्र सरकार ने फंड जारी नहीं किया. लेकिन जो ठेकेदार निर्माण सामग्री की आपूर्ति कर चुके हैं, उन्हें अभी तक कोई भुगतान नहीं मिला है. ठेकेदार अब चाहते हैं कि राज्य सरकार केंद्र से बातचीत कर उनकी बकाया राशि दिलाने की व्यवस्था करे.
जरूरत पड़ने पर वे इस मांग को लेकर दिल्ली तक जाने के लिए तैयार हैं.
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