नैहाटी : तृणमूल उम्मीदवार के पक्ष में उतरे तीन शीर्ष फुटबॉल क्लब के प्रमुख
बंगाल की राजनीति में अब फुटबॉल क्लब भी जुड़ गये हैं. ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया था. तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने के लिए महानगर के तीन शीर्ष क्लब मोहन बागान, ईस्ट बंगाल व मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के प्रमुख मैदान में उतरे हैं. वे नैहाटी से तृणमूल उम्मीदवार सनत दे के पक्ष में प्रचार करने जा रहे हैं.
कोलकाता.
बंगाल की राजनीति में अब फुटबॉल क्लब भी जुड़ गये हैं. ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया था. तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने के लिए महानगर के तीन शीर्ष क्लब मोहन बागान, ईस्ट बंगाल व मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के प्रमुख मैदान में उतरे हैं. वे नैहाटी से तृणमूल उम्मीदवार सनत दे के पक्ष में प्रचार करने जा रहे हैं. कुछ महीने पहले आरजी कर की घटना के खिलाफ फुटबॉल क्लब के समर्थक सड़क पर उतरे थे. ईस्ट बंगाल क्लब के प्रमुख देवब्रत सरकार ने कहा कि सनत दे एक दक्ष संगठक हैं. उनसे जब भी मदद मांगी, मिली है. मोहन बागान के सचिव देवाशीष दत्त ने कहा कि नैहाटी में जब भी मोहन बागान की टीम खेलने गयी है, उनसे काफी मदद मिली है. वह दक्ष खेल संगठक भी हैं. इंडियन फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव अनिर्वाण दत्त ने कहा कि सतन दे बहुत ही काम के व्यक्ति हैं. उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है. वहीं मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के प्रमुख मो. कमारुद्दीन ने कहा कि सनत से जितनी बार सहायता मांगी, उन्होंने की.तीनों फुटबॉल क्लबों के खिलाफ हो कार्रवाई : शुभेंदु
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय युवा मामलों व खेल मंत्री मनसुख मांडवीय को पत्र लिख कर राज्य के तीन प्रमुख फुटबॉल क्लबों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. गौरतलब है कि राज्य के तीन प्रमुख फुटबॉल क्लब – मोहन बागान, ईस्ट बंगाल व मोहम्मडन स्पाेर्टिंग क्लब ने 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में नैहाटी से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सनत डे का समर्थन किया है. शुभेंदु अधिकारी ने क्लबों के पदाधिकारियों के इस कदम को अनैतिक करार दिया है. श्री अधिकारी ने सोमवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि भारतीय फुटबॉल संघ (आइएफए) के सचिव अनिर्बान दत्ता ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया है, जिसे चुनाव से पहले सनत डे के पक्ष में समर्थन के रूप में देखा जा सकता है. श्री अधिकारी ने आगे कहा है कि खेल क्लबों और शासी निकायों में महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर बैठे लोगों द्वारा इस तरह का राजनीतिक समर्थन करना संपूर्ण रूप से खेल भावना के विपरीत है और ऐसे खेल संस्थानों के लिए आचार संहिता का भी उल्लंघन है. श्री अधिकारी ने आगे कहा कि इसे लेकर उन्होंने केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मांडवीय को पत्र लिख कर मामले का संज्ञान लेने और जांच कराने की मांग की है. साथ ही उन्होंने क्लबों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के तहत उचित कार्रवाई करने की मांग उठायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है