कोलकाता के मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेगी सीसीटीवी कैमरों की संख्या

आरजी कर की घटना के बाद राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हो गयी है. इस बाबत कोलकाता के मेडिकल कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2024 2:11 AM
an image

आरजी कर में और 500 सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया शुरू कोलकाता. आरजी कर की घटना के बाद राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हो गयी है. इस बाबत कोलकाता के मेडिकल कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, आरजी कर की सभी इमारतों की प्रत्येक मंजिल पर कैमरे लगाये जायेंगे. अस्पताल परिसर में 500 से ज्यादा कैमरे लगेंगे. 100 सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है.

अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि आरजी में फिलहाल 190 सीसीटीवी कैमरे हैं. सुरक्षा के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शेष जगहों को भी कैमरे की जद में लाने की तैयारी की गयी है. फिलहाल आरजी कर में केंद्रीय बल की तीन कंपनियों के साथ कोलकाता पुलिस के 60 पुलिसकर्मी तैनात हैं.

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता मेडिकल कॉलेज में फिलहाल 330 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे हैं. अस्पताल की कुछ इमारतों के हर फ्लोर पर कैमरे लगाये जायेंगे. यहां और 400 कैमरे लगेंगे. नीलरतन सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में करीब 600 कैमरे हैं. यहां और 130 कैमरों लगाये जायेंगे. नेशनल मेडिकल कॉलेज में 300 सीसीटीवी लगे हैं. यहां 800 कैमरे लगाने की बात चल रही है. एसएसकेएम (पीजी) में 1200 सीसीटीवी लगे हैं. यहां और कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. साथ ही कई अस्पताल परिसरों में भी सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ायी जा रही है.

मृत जूनियर डॉक्टर का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक से तीसरी बार हुई पूछताछ

आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मृत महिला चिकित्सक की अस्पताल में मौत होने के बाद उसका पोस्टमार्टम करनेवाले चिकित्सक अपूर्व विश्वास से लगातार तीसरे दिन मंगलवार को सीबीआइ अधिकारियों ने पूछताछ की.

बताया जा रहा है कि उन्हें पोस्टमार्टम करने के लिए किसने कहा था, क्यों समय बीतने के बाद भी अवैध तरीके से उन्होंने पोस्टमार्टम किया. किसके निर्देश पर यह किया गया, इस बारे में लगातार पूछताछ की गयी. गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआइ अधिकारी मामले के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए काफी बारीकी से जांच कर रहे हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version