कोलकाता. ””””नर्सिंग प्रैक्टिशनर इन मिडवाइफरी ” नामक 18 महीने का कोर्स कराये जाने के लिए विभिन्न अस्पतालों से 52 नर्सों की एक सूची तैयार की गयी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक आदेश भी जारी किया गया है, पर इस कोर्स को कराये जाने के लिए जिन नर्सों की सूची तैयार की गयी है, उन्हें पहले से इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी. ऐसे में नर्सेस यूनिटी की ओर से सोमवार को इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य विभाग संयुक्त डीएचएस (नर्सिंग) और राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) को ज्ञापन सौंपा गया. यह जानकारी नर्सेस यूनिटी की सचिव भास्वती मुखर्जी ने दी. श्रीमति मुखर्जी ने हमें बताया कि विभिन्न अस्पतालों के नर्सिंग अधिकारियों ने सूची में शामिल नर्सों को सूचित किये बिना ही उनके नाम स्वास्थ्य विभाग को भेज दिये. जिन नर्सों के नाम इस सूची में शामिल किया गया है उनमें से कोई भी यह कोर्स करने को तैयार नहीं है. इनमें से कई नर्सों ने स्वास्थ्य भवन को पत्र लिखकर बताया है कि उन्हें कोर्स को करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए वे यह कोर्स नहीं कर पायेंगी. श्रीमती मुखर्जी ने बताया कि डीएचएस हमारी बातों को सुनने के बजाय उनके साथ बुरा बर्ताव किया. उन्होंने बताया कि कोर्स के लिए चयनित कोई भी नर्स इस कोर्स को नहीं करेंगी. जरूरत पड़ने पर वह कानूनी मदद भी लेंगी.
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