कोलकाता. फर्जी प्रमाण-पत्र जमा करने के आरोप में तृणमूल की पंचायत प्रधान लवली खातून का ओबीसी प्रमाण-पत्र रद्द कर दिया गया. मालदा के हरिश्चंद्रपुर पंचायत प्रधान पद से भी उन्हें हटा दिया गया. वर्ष 2023 में ओबीसी आरक्षित सीट पर तृणमूल की टिकट पर लवली ने जीत हासिल की थी. लवली पर बांग्लादेशी होने का आरोप भी पूर्व में लगा है. इस बार उनके खिलाफ उनकी प्रतिद्वंदी रेहाना सुलताना ने आरोप लगाया था. एसडीओ द्वारा जांच-पड़ताल में आरोप सही पाया गया. इसके बाद कार्रवाई की गयी. लवली के खिलाफ आगे और क्या कार्रवाई हो सकती है, शीर्ष अधिकारियों से एसडीओ ने जानकारी मांगी है. रेहाना ने इसे लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट में भी मामला दर्ज कराया है. रेहाना के अधिवक्ता अम्लान भादुड़ी ने कहा कि पांच महीने बाद यह निर्देश आया है. उनके खिलाफ पुलिस को आपराधिक मामला भी शुरू करना होगा. लवली का असली नाम नासिया शेख है. आरोप है कि बांग्लादेश से भारत में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल लिया.
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