कोलकाता. इस वर्ष दुर्गापूजा के दौरान ट्रेनों में भारी भीड़ रही. दुर्गापूजा के दौरान जहां बड़ी संख्या में लोगों ने मंडप दर्शन किया वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने पर्यटन स्थलों का रुख किया. जहां यूपी-बिहार होकर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ रही वहीं पहाड़ी राज्यों की तरफ जाने वाली ट्रेनें भी यात्री की पहली पसंद रहीं.
इस दौरान सबसे ज्यादा ऑक्यूपेंसी रेट कोलकाता-अगरतला गरीब रथ एक्सप्रेस में रही. इस ट्रेन का ऑक्यूपेंसी की स्थिति लगभग 185 प्रतिशत रही. गंतव्य तक पहुंचने से पहले इस ट्रेन के एक बर्थ को एक से अधिक बार बुक किया गया. यानी उक्त ट्रेन के एक बर्थ को अलग-अलग स्टेशन से कई यात्रियों द्वारा बुक किया गया. ऐसे होने से रेलवे के आय में वृद्धि होती है.
इसी तरह कंचनजंगा एक्सप्रेस का ऑक्यूपेंसी रेट 180 प्रतिशत, कोलकाता-जम्मू तवी एक्सप्रेस में पूजा के सात दिनों तक ऑक्यूपेंसी रेट 165 प्रतिशत रही. इसी तरह से डिब्रूगढ़ तक जाने वाली कामरूप एक्सप्रेस का ऑक्यूपेंसी रेट 164 प्रतिशत रही. इस ट्रेन की डिमांड वर्ष भर रहती है. इसी तरह हावड़ा-अमृतसर मेल में वर्ष भर मांग रहती है. इसकी ऑक्यूपेंसी रेट 150 प्रतिशत रही. हावड़ा-बिकनी सुपरफास्ट एक्सप्रेस की ऑक्यूपेंसी लगभग 143 प्रतिशत और पूर्वा एक्सप्रेस और उपासना एक्सप्रेस की ऑक्यूपेंसी रेट 140 प्रतिशत रही.हालांकि इसी समय हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस की ऑक्यूपेंसी 105 फीसदी और सियालदह-नयी दिल्ली दूरंतो एक्सप्रेस की ऑक्यूपेंसी रेट 110 प्रतिशत रही.
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