एसएलएसटी अभ्यर्थियों ने जल्द नियुक्ति की मांग पर किया प्रदर्शन

र्मतला में हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से कुछ समय तक यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 10:21 PM

कोलकाता. महानगर में शुक्रवार को सैकड़ों राज्य स्तरीय चयन परीक्षा (एसएलएसटी) उम्मीदवारों ने विरोध प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को महानगर के धर्मतला में डोरिना क्रॉसिंग के पास प्रदर्शन किया और एक अभ्यर्थी ने अपना सिर तक मुंडवाया. धर्मतला में हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से कुछ समय तक यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई. साथ ही अभ्यर्थियों के एक समूह ने साॅल्टलेक स्थित पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग के मुख्यालय ”विकास भवन” के सामने भी प्रदर्शन किया. इस माैके पर अभ्यर्थियों ने मांग की कि उन्हें जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाये, क्योंकि 2016 में भर्ती परीक्षा पास करने के बावजूद कानूनी पचड़े के कारण उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है. 2016 में 25,000 से अधिक रिक्त पदों के लिए 23 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने राज्य स्तरीय चयन परीक्षा (एसएलएसटी) दी थी. इसके बाद 25,753 नियुक्ति पत्र जारी किये गये थे. ऐसे में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पिछले साल अप्रैल में उनकी नियुक्ति को अमान्य कर दिया था. बाद में उच्चतम न्यायालय ने हाइकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी और कहा कि वह मामले की सुनवाई करेगा. प्रदर्शनकारियों में से एक उज्ज्वल सामंत ने संवाददाताओं से कहा कि एसएलएसटी 2016 परीक्षा में 25,753 उम्मीदवारों में से अधिकतर उत्तीर्ण हुए थे. हालांकि, कानूनी विवाद के कारण उन्हें नौकरी नहीं मिली. हम कब तक इंतजार करेंगे? हम चाहते हैं कि अनिश्चितता समाप्त हो और हम काम पर लगें.एक अन्य अभ्यर्थी मीनाक्षी धारा ने कहा कि 25,000 से अधिक अभ्यर्थियों में से कुछ ही लोगों पर परीक्षा में अनुचित साधन अपनाने का आरोप लगाया गया था, लेकिन खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है. गौरतलब है कि साॅल्टलेक में करुणामयी क्रॉसिंग से विकास भवन की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने भवन के सामने ही रोक दिया. उनके छह प्रतिनिधियों को स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने के लिए अंदर जाने की अनुमति दी गयी. क्या कहना है स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी का स्कूल शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामला इस महीने फिर से उच्चतम न्यायालय के समक्ष आयेगा. विभाग के अधिकारी ने कहा कि हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते, क्योंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है. हम न्यायपालिका की सलाह और निर्देश का पालन करेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version