खेत से मिला पाकिस्तानी मोर्टार शेल
दिनहाटा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मौजूद साहेबगंज इलाके में खेत से एक पाकिस्तानी मोर्टार शेल दबा मिला
कोलकाता. दिनहाटा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मौजूद साहेबगंज इलाके में खेत से एक पाकिस्तानी मोर्टार शेल दबा मिला. घटना को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. शेल पर पाकिस्तान लिखा हुआ था. स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची. सूचना मिलने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) व भारतीय सेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. सेना के बम निरोधक दस्ते ने शेल को निष्क्रिय कर दिया है. संभावना जतायी गयी है कि बरामद मोर्टार शेल वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पड़ोसी मुल्क की सेना की ओर से विमान से गिराया गया होगा, जो फटा नहीं था. 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के बाद बांग्लादेश का गठन हुआ था. सूत्रों के अनुसार, मंगलवार की शाम को एक किसान ट्रैक्टर से अपने खेत में काम कर रहा था. काम करने के दौरान मिट्टी के साथ लोहे की एक बड़ी चीज ऊपर आ गयी. बम जैसा दिखने के कारण आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया. साहेबगंज पुलिस थाना में इसकी सूचना दी गयी. मौके पर पुलिस पहुंची, तब पता चला कि यह मोर्टार शेल है. पुलिस ने उस जगह बैरिकेड लगा दिया, ताकि उसके पास आम लोग पहुंच नहीं सकें. सूचना मिलते ही बीएसएफ व बिन्नागुड़ी से भारतीय थल सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे. बुधवार को मोर्टार शेल को डिफ्यूज कर दिया गया. प्रारंभिक तौर पर अनुमान लगाया जा रहा है कि मोर्टार शेल कई दशक पुराना है. 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना के बीच लड़ाई हुई थी. सीमा के पास का साहेबगंज गांव भी युद्ध से सीधे तौर पर प्रभावित हुआ था. उक्त गांव पर भी पाकिस्तानी बमवर्षक विमानों ने बमबारी की थी. संभावना व्यक्ति की जा रही है कि पाकिस्तान विमान से गिराया गया एक मोर्टार शेल फटा नहीं होने के कारण इसे जमीन के नीचे दबा दिया गया होगा. हालांकि, मामले की जांच जारी है.
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