सजा की घोषणा के बाद रो पड़े मृत चिकित्सक के माता-पिता

सियालदह कोर्ट से रेप व मर्डर के मामले में सजा की घोषणा के बाद मृत जूनियर डॉक्टर के माता-पिता ने कोर्ट की तरफ से तय मुआवजा लेने के इनकार कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2025 2:23 AM

कोलकाता. सियालदह कोर्ट से रेप व मर्डर के मामले में सजा की घोषणा के बाद मृत जूनियर डॉक्टर के माता-पिता ने कोर्ट की तरफ से तय मुआवजा लेने के इनकार कर दिया. सजा की घोषणा के बाद ही पीड़िता के माता-पिता रो पड़े. उन्होंने और उनके वकील ने कहा कि सीबीआइ जांच की विफलता के कारण ही दोषी को फांसी की सजा नहीं मिल पायी. मृतका के माता-पिता ने कहा कि वे दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के अदालत के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने शिकायत की कि मामले की जांच आधे-अधूरे मन से की गयी और अपराध में शामिल कई अन्य अपराधियों को बचा लिया गया. उन्होंने कहा कि वे न्याय के लिए ऊपरी अदालत में जायेंगे. उन्होंने कहा कि ‘हमें मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए. उन्होंने न्यायाधीश के फैसले पर सवाल नहीं उठाया. इसके बजाय, उन्होंने मामले की तफ्तीश करने वाले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) पर अपना गुस्सा निकाला. पीड़िता की मां का दावा है कि सीबीआइ इस घटना को ‘जघन्यतम’ साबित करने में विफल रही है, इसीलिए न्यायाधीश ने संजय को सर्वोच्च सजा यानी मृत्युदंड नहीं दिया. उन्होंने यह भी कहा कि “अस्पताल में ड्यूटी के दौरान मेरी बेटी से दुष्कर्म किया गया. उसकी हत्या कर दी गयी. क्या यह जघन्यतम घटना नहीं है? वास्तव में यह सीबीआइ की विफलता है. वे यह साबित नहीं कर सके कि यह घटना जघन्यतम थी. इस अपराध के पीछे बड़ा षड्यंत्र था. हम न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. मृतका के पिता ने कहा कि “हम तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, जब तक कि अन्य सभी अपराधियों को भी सजा नहीं मिल जाती. हमें मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए. हम अपनी बेटी को इस तरह नहीं बेच सकते. इसलिए मैं मुआवजा नहीं ले सकता. हमें लगता है कि जघन्य घटना को अंजाम देने में और भी लोग हैं. जब तक सभी अपराधियों को सर्वोच्च सजा नहीं मिलती, मेरी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.

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