कल्याणी में रेलवे फाटक से लोग परेशान करने लगे हैं फ्लाइओवर की मांग
कल्याणी रेल गेट नंबर 42 से ट्रेनों का आवागमन अक्सर होता रहता है. इसी कारण कल्याणी के रेल गेट नंबर 42 को भी हर थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर बंद करना पड़ता है
कल्याणी. कल्याणी रेल गेट नंबर 42 से ट्रेनों का आवागमन अक्सर होता रहता है. इसी कारण कल्याणी के रेल गेट नंबर 42 को भी हर थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर बंद करना पड़ता है. इससे स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यहां के स्थानीय लोग फ्लाइओवर की मांग कर रहे हैं. सियालदह-कृष्णानगर शाखा की ट्रेनों का सुबह से लेकर रात तक आवागमन होता है. लोगों को रेलवे फाटक के पास काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है, जिससे दैनिक यात्रियों को परेशानी होती है. उनकी मांग है कि जाम से निजात दिलाने के लिए रेलवे फाटक के पास फ्लाइओवर बनाया जाये. रेल गेट के एक तरफ ट्रिपल आइटी, जेएनएम अस्पताल और मेडिकल कॉलेज, कल्याणी विश्वविद्यालय, केंद्रीय शैक्षणिक संस्थान, सब डिविजनल कोर्ट, राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम, राणाघाट जिला पुलिस मुख्यालय और कई अन्य संस्थान हैं और दूसरी तरफ एम्स अस्पताल है. फिर 12 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग से कल्याणी शहर में प्रवेश करने के लिए रेलवे गेट संख्या 42 को पार करना पड़ता है. कुछ स्थानीय निवासियों ने कहा कि जिस तरह कल्याणी शहर से कल्याणी एम्स जाने के लिए उन्हें रेलवे फाटक पार करना पड़ता है, उसी तरह नदिया जिले और मुर्शिदाबाद के विभिन्न हिस्सों से कल्याणी मेडिकल कॉलेज और जेएनएम अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों को भी रेलवे फाटक पार करना पड़ता है. इसके अलावा उस रेलवे फाटक से प्रतिदिन हजारों एंबुलेंस का आवागमन होता है. दूसरी ओर, गयेशपुर, आनंदनगर, सगुना से कई लोग काम की तलाश में रेलवे फाटक पार कर कल्याणी शहर आते हैं. उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. फ्लाइओवर निर्माण के संबंध में पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि उस रेलवे फाटक पर फ्लाइओवर बनाने के लिए राज्य की भूमि की आवश्यकता होगी, ऐसे में फिलहाल क्या हो सकता है, इस पर विचार-विमर्श किया जायेगा.
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