बांध के मरम्मत कार्य का जायजा लेने पहुंचे मंत्री का लोगों ने किया घेराव

दक्षिण 24 परगना के नामखाना में नदी के बांध का मरम्मत कार्य का जायजा लेने के दौरान सुंदरबन विकास मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 18, 2024 12:57 AM

दक्षिण 24 परगना के नामखाना इलाके की घटना

संवाददाता, कोलकाता

दक्षिण 24 परगना के नामखाना में नदी के बांध का मरम्मत कार्य का जायजा लेने के दौरान सुंदरबन विकास मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. घटना गुरुवार सुबह नारायणगंज इलाके में हुई.

नामखाना के नारायणगंज में नदी का तटबंध टूटने के कारण कई बार इलाके में बाढ़ आ चुकी है. दुर्गापूजा से पहले ही करीब 50 मीटर क्षेत्र में तटबंध टूट गया था, जिससे स्थानीय लोग आतंकित थे. हालांकि, प्रशासन की ओर से त्वरित मरम्मत कार्य शुरू किया गया. मरम्मत कार्य के दौरान एक जेसीबी मशीन कटाव की चपेट में आकर नदी में डूब गयी थी. इसके बाद इस दिन सुबह जब सुंदरबन विकास मंत्री हाजरा यहां मरम्मत कार्य का जायजा लेने पहुंचे, तो उन्हें इलाके के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. इलाके के लोगों ने मंत्री को घेर लिया और पुलिस प्रशासन के सामने विरोध प्रदर्शन किया.

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नदी का तटबंध टूटने के बाद कई बार प्रशासन की ओर से सही समय पर उसकी मरम्मत नहीं करायी गयी. सही मरम्मत नहीं होने के कारण ही नदी का बांध बार-बार टूटता है और इलाका बाढ़ की चपेट में आ जाता है. स्थानीय लोगों का दावा है कि अगर नियमित तरीके से बोल्डर गिराकर नदी तटबंध की मरम्मत का काम किया गया होता, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती. इन तमाम आरोपों को लेकर इलाके के लोगों ने गुरुवार को सुंदरबन विकास मंत्री का घेराव कर प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि प्रशासन नदी के बांधों की मरम्मत का काम सटीक रूप से करे.

इस संदर्भ में मंत्री हाजरा ने कहा : गत बुधवार को मुझे पता चला कि नारायणगंज में नदी का तटबंध टूटने के कारण हो रहे मरम्मत कार्य के दौरान एक जेसीबी मशीन नदी में चली गयी. चालक किसी तरह बच गया. इससे पहले कोई भी जन प्रतिनिधि यहां नहीं आया. मैं पहला जनप्रतिनिधि बनकर यहां आया हूं. परिणाम स्वरूप स्थानीय लोगों गुस्सा स्वाभाविक है. हालांकि, मैंने लोगों समझाने की पूरी कोशिश की. मैंने भी लोगों से निवेदन किया है कि वे कुछ वक्त दें, ताकि उनकी समस्या दूर की जा सके.

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