बंगाल विधानसभा चुनाव बाद हिंसा का मामला
संवाददाता, कोलकाता
2021 के विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ित परिवार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है, जिसमें दो आरोपियों राहुल डे और सौरव को पांच अगस्त को जमानत दी गयी थी.
मृतक के भाई और मां द्वारा अधिवक्ता सौमेंदु मुखर्जी के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि 2021 में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी थी. उसे घर के बाहर घसीटा गया. तार से उसका गला घोंटा गया और ईंट व डंडों से हमला किया गया. याचिका में आरोप लगाया गया है कि उसका सिर कुचल दिया और उसकी मां के सामने उसे बेरहमी से मार डाला गया. बताया गया है कि घटना के बाद दोनों आरोपी कई महीनों तक फरार रहे. गुप्त सूचना के बाद 14 फरवरी 2022 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. याचिका में कहा गया है कि उच्च न्यायालय के निष्कर्ष गलत थे. पूरे मुकदमे के दौरान, वर्तमान याचिकाकर्ताओं को प्रतिवादियों के रिश्तेदारों द्वारा धमकाया गया. डराया गया. हमला किया गया और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जबकि प्रतिवादी खुद हिरासत में थे.
याचिका में कहा गया कि उच्च न्यायालय के आदेश के कारण याचिकाकर्ताओं की जान को खतरा बढ़ गया है. मामले को न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है