हाइकोर्ट में चिकित्सकों के संगठन ने दायर की याचिका
आरजी कर कांड को लेकर नये सिरे से विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से पुलिस के इनकार के खिलाफ पश्चिम बंगाल संयुक्त चिकित्सक मंच ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. मंगलवार सुबह न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल पीठ ने याचिका स्वीकार कर ली, जिस पर बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है.
कोलकाता.
आरजी कर कांड को लेकर नये सिरे से विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से पुलिस के इनकार के खिलाफ पश्चिम बंगाल संयुक्त चिकित्सक मंच ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. मंगलवार सुबह न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल पीठ ने याचिका स्वीकार कर ली, जिस पर बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है. डॉक्टरों के इस संगठन ने पुलिस से 10 दिवसीय धरना प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी, जो 17 से 26 दिसंबर तक मध्य कोलकाता के डोरिना क्रॉसिंग पर होना था. हालांकि, कोलकाता पुलिस ने यातायात संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए इस प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद संगठन ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की. संगठन के एक पदाधिकारी के अनुसार, बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है. हालांकि, इससे धरना प्रदर्शन का मुख्य कार्यक्रम बाधित हुआ है.गौरतलब है कि गत शुक्रवार को कोलकाता की विशेष अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाने के पूर्व एसएचओ अभिजीत मंडल को जमानत दे दी थी. यह फैसला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) द्वारा 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करने में विफल रहने के कारण लिया गया था. दोनों पर प्रारंभिक जांच के दौरान सबूतों से छेड़छाड़ करने और जांच को गुमराह करने का आरोप है. सीबीआइ ने अब तक इस मामले में केवल एक आरोपपत्र दाखिल किया है, जिसमें सिविक वॉलंटियर संजय राय को मुख्य आरोपी बताया गया है.
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