कोलकाता. 14 अगस्त की रात आरजी कर अस्पताल में हुए तोड़फोड़ के मामले में कलकत्ता पुलिस ने माकपा छात्र-युवा-महिला संगठन के सात सदस्यों को नोटिस भेजा था. नोटिस पर सभी सोमवार को लालबाजार में उपस्थित हुए. इनमें मीनाक्षी मुखर्जी के अलावा पौलवी मजूमदार, विकास झान, दधिति रॉय, नरशा मुखोपाध्याय, देबांजन दे और दीपू दास मौजूद थे. मीनाक्षी से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की गयी. शाम सात बजे मीनाक्षी बाहर निकली. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने पुलिस से कहा है कि आप प्रदर्शनकारियों को परेशान न करें. क्योंकि, बंगाल की धरती पर दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर जो आंदोलन शुरू हुआ है, उसे रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है. वामपंथी छात्र-युवा-महिला संगठन ने पिछले 11 तारीख से आरजी कर के बाहर रहना शुरू किया है. 14 अगस्त को ‘गर्ल्स नाइट ऑक्युपाइ’ कार्यक्रम था. माकपा के जन संगठनों ने आरजी कर के बाहर रैलियों का आह्वान किया. तभी कुछ उपद्रवियों ने अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने उस घटना में कई लोगों को गिरफ्तार किया है. मीनाक्षी ने कहा कि पुलिस अस्पताल में थी. उपद्रवियों ने पुलिस की मौजूदगी में तोड़फोड़ की.
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