नदी के कटाव को रोकने के लिए विशेषज्ञ नियुक्त करे पोर्ट : मेयर
शुक्रवार रात नीमतला घाट का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
कोलकाता. मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना के बाद अब कोलकाता भी नदी कटाव की समस्या से जूझने लगा है. उत्तर कोलकाता स्थित नीमतला घाट व बागबाजार का एक हिस्सा कटाव की जद में है. इससे स्थानीय निवासी दहशत में हैं. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. शुक्रवार रात नीमतला घाट का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. इससे नीमतला-बागबाजार समेत कई इलाकों के नदी में डूबने की आशंका बढ़ती जा रही है. नीमतला घाट स्थित रबींद्रनाथ ठाकुर का समाधि स्थल भी नदी में समा सकता है. नदी किनारे जमने वाले गाद ने हावड़ा की ओर से आने वाली धारा का रुख बदल दिया है. इस पर मेयर फिरहाद हकीम ने चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि गंगा की धारा कोलकाता की ओर बढ़ रही हैं. यह महानगर के लिए खतरे की घंटी है. इससे नदी तट पर कटाव का खतरा बढ़ता जा रहा है. कोलकाता का एक हिस्सा डूबने के कगार पर पहुंच चुका है, जो कोलकाता पोर्ट के अधिकार क्षेत्र में पड़ता है. नदी कटाव से निबटने के पोर्ट के पास अपना अलग विभाग है. कटाव रोकने के लिए पोर्ट को तुरंत विशेषज्ञों को नियुक्त करना चाहिए. मुझे लगता है कि हावड़ा में गाद जमा होने से कोलकाता की तरफ नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. इससे भविष्य में कोलकाता को खतरा हो सकता है.
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