कोलकाता. 34 वर्षों तक शासन करने के बाद 2011 में वाममोर्चा को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था. 2016 में वह विरोधी दल की भूमिका में रहा. उसके बाद से हुए चुनावों में वामफ्रंट हाशिए पर आ गया. हाल के कई चुनावों में खाता भी नहीं खुला. इससे उबरने के लिए अब माकपा ने फिर से प्रैक्टिकल क्लास शुरू करने का फैसला लिया है. बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों का दिल जितने के लिए युवा ब्रिगेड को मैदान में उतारने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा. पार्टी क्लास का इसे आधुनिक स्वरूप बताया जा रहा है. बता दें कि जब माकपा सत्ता में थी, तब भी पार्टी क्लास चलता था. लेकिन यह बंद कमरे में होता था. इसमें आंदोलनों के इतिहास से लेकर जरूरी कार्यों की जानकारी दी जाती थी. अब आधुनिक ढांचे में क्लास के लिए मीनाक्षी मुखर्जी, सृजन भट्टाचार्य, कलतान दासगुप्ता, दीप्सिता धर जैसे युवा नेताओं को मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है. ये लोग दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में लोगों के दरवाजे तक जायेंगे. शिक्षक के रूप में राज्य सचिव मोहम्मद सलीम व अन्य आला नेता उनके साथ होंगे. आमलोगों के बीच इनका संपर्क मजबूत करने के लिए माकपा ने यह कदम उठाया है. खुले आसमान के नीचे राजनीतिक पाठ पढ़ाई जायेगी.
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