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एक्सपायर्ड सेलाइन चढ़ाने से गर्भवती की मौत, चार गंभीर

मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में शुक्रवार सुबह एक्सपायर्ड सेलाइन चढ़ाने से एक गर्भवती की मौत हो गयी. इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश है.

मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में लापरवाही उजागर, लोगों में आक्रोशसंवाददाता, कोलकाता/खड़गपुर

मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में शुक्रवार सुबह एक्सपायर्ड सेलाइन चढ़ाने से एक गर्भवती की मौत हो गयी. इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश है. लोग अस्पताल पर लारवाही का आरोप लगा रहे हैं. मृतका का नाम गड़बेता निवासी मामनी दास बताया गया है. उसे इसी सप्ताह के आरंभ में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि एक्सपायर्ड सेलाइन चढ़ाने से शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गयी. सेलाइन चढ़ाने के बाद अन्य चार गर्भवती महिलाएं भी गंभीर रूप से बीमार हो गयी हैं. इनमें से दो का सीसीयू और एक का आइसीयू में इलाज चल रहा है. इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पांचों गर्भवती महिलाओं के पति शेख मिजानूर, सलीम खान, देबाशीष रुइदास, अबू कलाम और शांति बेरा ने अस्पताल के अधीक्षक से लिखित शिकायत की. अस्पताल अधिकारियों ने घटना को स्वीकार किया है और कारण की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया है.

स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गयी रिपोर्ट, आज विशेष टीम का दौरा

स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने कहा: चिकित्सा विशेषज्ञों सहित हृदय रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञों की एक टीम शनिवार को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज का दौरा करेगी. कर्नाटक में भी ऐसी ही घटना देखने को मिली थी. स्वास्थ्य विभाग की एक टीम पूरी जांच के लिए शनिवार को मेदिनीपुर जा रही है. उधर, इस घटना की प्राथमिक रिपोर्ट स्वास्थ्य भवन पहुंच चुकी है. रिपोर्ट से पता चलता है कि रिंगर लैक्टेटेड सेलाइन का इस्तेमाल किया गया था, जिससे गर्भवती महिलाओं को एलर्जी हुई और उनकी हालत गंभीर हो गयी. यह पुष्टि की गयी है कि एक्सपायर्ड रिंगर लैक्टेटेड (आरएल) सेलाइन के प्रतिकूल प्रभाव से अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की हालत बिगड़ी. उधर, ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी ने एक्सपायर्ड आरएल सेलाइन का नमूना संग्रह कर इसे जांच के लिए लैब में भेजा है.

अस्पताल परिसर की बढ़ायी गयी सुरक्षा

घटना के बाद अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. उधर, मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल मौसमी नंदी ने कहा : हम मरीजों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए हर तरह की व्यवस्था कर रहे हैं.

क्या कहना है मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक का

मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक जयंत कुमार राउत ने मीडिया को बताया : हमने घटना का संज्ञान लिया है और इस घटना के कारण प्रभावित गर्भवती महिलाओं को आइसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया है. अस्पताल प्रबंधन ने कारणों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है. यह घटना पिछले साल कर्नाटक में हुई एक ऐसी ही त्रासदी की याद दिलाती है, जहां रिंगर लैक्टेटेड सेलाइन (आरएल) चढ़ाने के कराण चार महिलाओं की मौत हुई थी.

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